Delhi police action on Farmers violence: आज दिल्ली में क्या हुआ यह हर किसी ने देखा है! देश की गरिमा को बढ़ाने वाला तिरंगा झंडा जब लाल किले से हटाया गया तो समझ में आ गया कि यह किसान तो नहीं हो सकते है! किसानों ने गणतंत्र दिवस परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा की है और तोड़फोड़ की है इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सभी पुलिसकर्मियों और दिल्ली में मौजूद सभी जवानों को उपद्रवियों की का पूरी शक्ति के साथ मुकाबला करने के लिए कहा है! उनका कहना है कि किसानों ने तय मार्ग से अलग हटकर हिंसा का रास्ता चुना है!
दिल्ली कमिश्नर का कहना है कि आज की ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ तय हुई शर्तों के अनुसार काम किया और आवश्यक बंदोबस्त किया। दिल्ली पुलिस ने अंत तक काफी संयम का परिचय दिया लेकिन किसान आंदोलनकारियों ने तय शर्तों की अवहेलना की तथा तय समय से पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया। आंदोलनकारियों ने हिंसा और तोड़फोड़ का मार्ग चुना!
दिल्ली पुलिस कमिश्नर का आगे कहना है कि हिंसा और तोड़फोड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए संयम के साथ जरूरी कदम उठाए हैं इस आंदोलन से जन संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है और कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं आंदोलनकारियों से अपील है कि हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति बनाए रखें और तय हुए रास्ते से वापस लौट जाए!
एसएन श्रीवास्तव ने आगे कहा है कि किसानों की परेड के लिए कई बार मीटिंग की गई है उसके बाद रूट और समय तय हुआ था समय से पहले और फिर रूट से हटकर किसानों ने ट्रैक्टर चलाए हैं जिस वजह वजह से कई जनों पर तोड़फोड़ हुई है कई पुलिसकर्मियों को घायल होना पड़ गया, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है!