जैसा की आप सब जानते होंगे ब्रिटेन पर यूरोपियन यूनियन संघ (European Union) का हिस्सा नहीं रहा. इसीलिए अब वाह सुरक्षा के लिहाज़ से भारत को अपना दोस्त बनाना चाहता हैं. ताकि ब्रिटेन (Britain) की मुश्किल की घडी में भारत उसका साथ दे और भारत की मुश्किल की घडी में ब्रिटेन उसका साथ दे.
किसान आंदोलन (Farmer Protest) में भी आपने देखा होगा की जब एक सिख सांसद ने ब्रिटेन की संसद में इसकी आलोचना की थी तो ब्रिटेन के PM Boris Johnson ने यह कहते हुए सबको चौंका दिया था की यह भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला हैं, मुझे भरोसा है की भारत इसे खुद ही सुलझा लेगा.
अब बताया जा रहा है की सुरक्षा के लिहाज़ से और चीन से लद्दाख में कड़ी टक्कर के लिए भारत ब्रिटेन से एक ऐसा समझौता करने जा रहा है, जिससे लद्दाख जैसे क्षेत्र में भारत की पकड़ चीन से कहीं ज्यादा मजबूत हो जाएगी. दरअसल दुनिया की सबसे तेज़ सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम (Surface To Air Missile System) को मेक इन इंडिया (Make In India) के तहत भारत में बनाने को तैयार हो गयी हैं.
Lightweight Multiple Launcher – Next Generation (LML-NG) को बनाने वाली ब्रिटेन की कंपनी Thales Air Defence ने भारत की Dynamic Limited ने एक समझौता साइन किया हैं. भारत काफी समय से इस मिसाइल सिस्टम को ब्रिटेन से लेना चाहता था, लेकिन मोदी सरकार की शर्त यह थी की ब्रिटेन की कंपनी Thales Air Defence भारत में Make In India के तहत इस मिसाइल को भारत में बनाये और साथ ही भारत को इसकी टेक्नोलॉजी भी साझा करे.
इस डील के बाद अब यह Lightweight Multiple Launcher – Next Generation (LML-NG) से बनकर भारत के लिए तो इस्तेमाल होगा ही साथ ही ब्रिटेन और बाकी देशों को भी एक्सपोर्ट किया जाएगा. यह मिसाइल सिस्टम इतना हल्का है की इसे कंधे पर उठाकर और गाडी पर माउन्ट करके भी चलाया जा सकता हैं. इस मिसाइल सिस्टम की रेंज 7 किलोमीटर की हैं और इसपर ऐसी टेक्नोलॉजी लगी है की चीन के इलेक्ट्रॉनिक डिफेन्स एंड सिक्योरिटी सिस्टम (Electronic Defence and Security Systems) भी इसे फेल नहीं कर पाएंगे. इसीलिए इस डील के मायने भारत के लिए सुरक्षा के लिहाज़ से बहुत ज्यादा थे.