‘Broadcast Audience Research Council (BARC India)’ के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता 24 दिसंबर 2020 से ही मुंबई पुलिस की कस्टडी में हैं. यही नहीं पुलिस ने उन्हें इतना प्रताड़ित किया है की उनको बेहोशी की हालत में ICU में भर्ती करवाना पड़ा. ऐसे में अब उनकी बेटी प्रत्यूषा ने पत्र लिखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अपने पिता को मुंबई पुलिस से बचाने के लिए गुहार लगाई हैं.
प्रत्युषा का कहना है की 16 जनवरी को हमें हॉस्पिटल से फ़ोन आया की पार्थो दासगुप्ता (Partho Dasgupta) हॉस्पिटल में भर्ती हैं. आप जल्द से जल्द हॉस्पिटल पहुंचे, लेकिन जब माँ और मैं हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला की उन्हें 15 जनवरी को हॉस्पिटल लाया गया था.
प्रत्युषा का कहना है की जब उन्हें तलोजा जेल से अस्पताल शिफ्ट किया गया था, पुलिस को हमें उसी दौरान बताना चाहिए था. पुलिस का कहना है की हम परिवार वालों को इसलिए सूचित नहीं कर सके क्योंकि हमारे पास उनका फ़ोन नंबर नहीं था, पार्थो दासगुप्ता जब होश में आये तभी हमने उन्होंने फ़ोन नंबर दिया और हम फ़ोन करके सूचित कर सके.
लेकिन यह ना बताने का बहाना नहीं हो सकता, क्योंकि ऐसे केस में पुलिस वाले घर जाकर इस घटना की सुचना दे देते हैं. घर का एड्रेस तो पुलिस के रिकॉर्ड में होता ही हैं, हां अगर मुंबई पुलिस (Mumbai Police) यह भी कहे की हमारे पास इनके घर का एड्रेस भी मजूद नहीं था तो बात अलग हैं.
A helpless daughter’s anguished appeal@CMOMaharashtra@OfficeofUT@AmitShah@PMOIndia@narendramodi@parthodasgupta #ParthoDasgupta pic.twitter.com/amrq7rtzlx
— pratyushadasgupta (@pratyushad22) January 16, 2021
प्रत्युषा ने कहा की हमें पापा के हॉस्पिटल में भर्ती किये जाने के 14 घंटे बाद सूचित किया गया और जब हम हॉस्पिटल पहुंचे तो उन्हें बेड पर एक कंबल तक नहीं दिया हुआ था. हमारे हॉस्पिटल जाने के भी दो घंटे बाद उन्हें ICU में भर्ती किया गया. प्रत्युषा (Pratyusha) ने सोशल मीडिया पर इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के ऑफिस, अमित शाह, नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री ऑफिस को टैग करते हुए ओपन लेटर लिखा हैं. जिससे यह तो साफ़ है की मुंबई पुलिस अर्नब गोस्वामी को फ़साने के लिए अब किसी भी हद्द तक जा सकती हैं.