जैसा की अपने देखा होगा राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदे इक्क्ठा करने वाले कई इलाकों में राम भक्तों पर पथराव हुआ था, पथराव मुस्लिम इलाकों में हुआ हैं. कुछ इमामों ने तो पुलिस को लिखित में कहा है की, हमारे इलाके से राम भक्तों की रैली न निकलने दी जाए हमारी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में तो जिस घर से यह पथराव हुआ था, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने वह घर ही तुड़वा दिया था. एक अन्य पूरा इलावा ही अवैध निर्माण से बना हुआ था, इसलिए उस पुरे इलाके को ही गिरवा दिया गया था. इसके बावजूद अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने उल्टा बीजेपी पर ही आरोप लगाते हुए कहा है की बीजेपी कुछ मुसलमानो को पैसे देकर पत्थर मरवा रही हैं.
समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एसटी हसन ने अपना बयान देते हुए कहा है की, “इन बीजेपी के लोगों के पास एक बहुत अच्छा हथियार है. मैं इसे अपने हिंदू भाइयों को भी बताना चाहता हूं. उनके पास हिंदू-मुस्लिम का एक फ़ॉर्मूला है. वे ऐसे काम करते हैं और निर्दोष लोग धार्मिक पहलू को देखते हुए उन्हें वोट देते हैं. राम मंदिर बनाया जा रहा है. मामला बंद हो गया लेकिन जब बीजेपी के लोग मंदिर के लिए दान मांगने के लिए निकलेंगे, तो उनके अपने लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि उन पर कुछ बिके हुए मुस्लिमों द्वारा पथराव किया जाए. आप सभी ने देखा कि मध्य प्रदेश में क्या हुआ था.”
अपना कार्यालय में बैठकर बिना किसी सबूत, बिना किसी तर्क, बिना ग्राउंड रिऐलिटी को जाने उन्होंने अपने बयान में आगे कहा की, “वे हिंदू समुदाय को एक संदेश देंगे कि मुसलमान हिंदुओं पर पथराव कर रहे हैं. उनकी राजनीति को समझें. इस हिंदू-मुस्लिम चीज़ को करने से वे रोज़गार पैदा नहीं कर सकते. एक साल में, बीजेपी सरकार तीन ऐसे कानूनों को लेकर आई है जिसने इस देश में दूसरे सबसे बड़े समुदाय के लिए समस्याएं पैदा की हैं.”
समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एसटी हसन (Dr. ST Hasan) शायद भूल गए है की जिन इमामों ने अपने इलाके से राम भक्तों की रैली रुकवाने के लिए पुलिस को पत्र सौंपे हैं उनका क्या? क्या वह इमाम भी अपना धर्म और ईमान बीजेपी के हाथों बेच चुके हैं? क्या एसटी हसन यह कहना है चाहते हैं की मुसलमान चंद पैसों के लिए अपना धर्म और ईमान बेच देते हैं?