नौकरी के नाम पर आपने झांसे तो जरूर सुने होंगे लेकिन हैदराबाद के बंदलागुदा (Bandlaguda) की रहने वाली नूर जहां के बारे में सुनकर आप सोचने पर मजबूर जायेंगे. नूर जहां UAE में नौकरी पाने की तलाश में फातिमा नाम की एक ट्रेवल एजेंट के साथ मिली. उसके बाद फातिमा ने लड़की नूर जहां को UAE लेजाकर नौकरी दिलाने के नाम पर बेच दिया.
नूर जहां की माँ सईदा बानो ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है की, “मेरी बेटी पहले हैदराबाद (Hyderabad) के केएम हॉस्पिटल में काम करती थी. वहां उसे फातिमा नाम की एक महिला मिली, जिसने यूएई में नर्स की नौकरी दिलाने का ऑफर दिया और बताया कि उसे 40 हजार रुपये सैलरी मिलेगी.”
नूर जहां की माँ ने बताया की फिर 15 दिसंबर 2020 को शारजाह गई और वहां उसकी मुलाकात उमर अहमद नाम के व्यक्ति से करवाई गयी. उमर अहमद नूर को आपने घर ले गया और उसे बताया गया की नूर 3 महीने के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैरेज करने के लिए भारत से शारजाह आई हैं.
नूर जहां की माँ ने कहा की उमर अहमद का कहना है की उसने नूर जहां को खरीदने के लिए ट्रैवल एजेंट फातिमा को 2 लाख रूपए की राशि मुहैया करवाई हैं. जबकि नूर जहां का कहना है की ट्रैवल एजेंट फातिमा उसे 40000 रूपए की नर्स की नौकरी के लिए भारत से शारजाह लायी थी.
यह पूरा मामला उस समय उजागर हुआ जब उमर अहमद ने नूर को बंधक बना लिया, इसके बाद वह बहुत ज्यादा बीमार हो गयी और उसे हॉस्पिटल लेजाना पड़ा. हॉस्पिटल जाकर नूर ने यह सारी बात एक नर्स को बताई, नर्स ने आगे पुलिस को बताई और बात मीडिया में फ़ैल गयी. इसके बाद UAE प्रशासन ने नूर की कस्टडी इंडियन एसोसिएशन को सौंप दी.
सईदा बानो ने मीडिया से कहा है की भारत सरकार जल्द से जल्द मेरी बेटी को भारत लेकर आये और ट्रैवल एजेंट फातिमा को सज़ा दिलाये. वैसे आपको बता दें की यह पहला मामला नहीं हैं, बांग्लादेश और भारत के कई गरीब गांवों में मुस्लिम अपनी मर्जी से अपनी बेटियों को अरब देशों में बेच देते हैं. हालाँकि इस केस में मर्जी से नहीं बल्कि झांसे से बेचा गया था, इसलिए यह पूरा मामला उजागर हो गया.