बिहार में चुनाव ख़त्म हो चुके है लेकिन सियासत अभी खत्म नहीं हुई. दरअसल बिहार में NDA गठबंधन सत्ता में भले ही है लेकिन मजबूत स्थिति में नहीं हैं. भविष्य में अगर कुछ नेता नाराज़ होते हैं तो सरकार खतरे में आ सकती हैं. यही कारण हैं NDA खुद को मजबूत करना चाहती है ताकि भविष्य में सरकार पर गिरने और बचाने का कोई दबाव न हों.
ऐसे में कांग्रेस नेता भरत सिंह ने दावा ठोक दिया है की, बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा समेत कुल 11 विधायक कांग्रेस से इस्तीफ़ा देने की तैयारी में हैं और वह जल्द ही BJP में जा सकते हैं. भारत सिंह की माने तो कांग्रेस के दूसरे नेता मदन मोहन वही रास्ता अपनाने जा रहें हैं जो पहले अशोक चौधरी अपना चुके हैं.
कांग्रेस नेता भरत सिंह ने अपनी ही पार्टी की पोल खोलते हुए बताया की यह 11 नेता वह नेता हैं जिन्होंने पार्टी में पैसे देकर टिकट खरीदा और चुनाव जीते थे. उन्होंने यह भी दावा किया इन 11 नेताओं को इस्तीफों के लिए मार्गदर्शन कांग्रेस प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह और वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता सदानंद सिंह के नेर्तत्व में हुआ हैं.
इस पूरी बयानबाज़ी में शक्ति सिंह गोहिल ने अपना प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजिव रंजन ने मीडिया में बयान देते हुए कहा की कांग्रेस नेता भारत सिंह का बयान जाहिर कर रहा है की बिहार में कांग्रेस नेता अब पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं, पार्टी में भगदड़ की स्थिति बनी हुई हैं.
भरत सिंह ने दावा किया है की कांग्रेस के नेता RJD से अलग चुनाव लड़ना चाहते थे, चुनाव के बाद भले ही गठबंधन हो जाता. लेकिन पार्टी आलाकमान ने राज्य के नेताओं के सुझावों को नज़रअंदाज़ किया. जिसके बाद बिहार में चुनाव हारना पड़ा और तब से ही कांग्रेस नेताओं को अब पार्टी में कोई भविष्य नज़र नहीं आ रहा.
इन सबके बीच बीजेपी के प्रवक्ता ने मीडिया में बयान देते हुए कहा की, “कांग्रेस पार्टी में टूट की खबर पार्टी के भीतर से ही आ रही है. इससे साबित होता है कि पार्टी में भयंकर असंतोष है और दिल्ली या बिहार के नेतृत्व पर लोगों को अब भरोसा नहीं रह गया है. राहुल गाँधी का मन देश से ज्यादा विदेश में लगता है और कांग्रेस पार्टी अब एड-हॉक या प्रॉक्सी तरीके से चलाई जा रही है.”