भारत ऐसा देश हैं, जहाँ कोई नेता बयान देने या फिर अपना सुझाव देने से पहले यह भी नहीं सोच विचार भी नहीं करता. ऐसे में अब ताज़ा मामला उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी और बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्ष मायावती को भारत रत्न देने की मांग कर डाली हैं.
हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए कहा हैं की, “आदरणीय सोनिया गांधी जी व सम्मानित बहन मायावती जी, दोनों प्रखर राजनैतिक व्यक्तित्व हैं. आप उनकी राजनीति से सहमत और असहमत हो सकते हैं, मगर इस तथ्य से आप इनकार नहीं कर सकते हैं कि सोनिया जी ने भारतीय महिला की गरिमा और सामाजिक समर्पण व जनसेवा के मापदंडों को एक नई ऊंचाई व गरिमा प्रदान की है, आज उन्हें भारत की नारीत्व का गौरवशाली स्वरूप माना जाता है. सुश्री मायावती जी ने वर्षों से पीड़ित-शोषित लोगों के मन में एक अद्भुत विश्वास का संचार किया है, भारत सरकार को चाहिये कि इन दोनों व्यक्तित्वों को इस वर्ष का भारत रत्न देकर अलंकृत करें.”
भारत रत्न कोई आम सम्मान नहीं हैं, यह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं. इस सम्मान की शुरुआत सन 1954 में की गयी थी और सबसे हैरानी बात यह हैं की देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और उनकी बेटी स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जी ने खुद को भारत रत्न से नवाज़ा हुआ हैं. यहां तक की 1984 दंगो के बाद एक आतंकी हमले में मरने वाले इंदिरा गाँधी के बेटे राजीव गाँधी को भी भारत रत्न दिया गया था.
गरिमा प्रदान की है, आज उन्हें भारत की नारीत्व का गौरवशाली स्वरूप माना जाता है। सुश्री मायावती जी ने वर्षों से पीड़ित-शोषित लोगों के मन में एक अद्भुत विश्वास का संचार किया है, #भारत_सरकार को चाहिये कि इन दोनों व्यक्तित्वों को इस वर्ष का #भारत_रत्न देकर अलंकृत करें।@narendramodi
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 5, 2021
वैसे यह भारत रत्न कला, साहित्य, विज्ञान, समाजसेवा और खेल जैसे क्षेत्रों में लोग असाधारण और उल्लेखनीय राष्ट्र सेवा करते हैं, राष्ट्रपति द्वारा उन्हें भारत रत्न दिया जाता हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री खुद राष्ट्रपति को भारत रत्न देने के लिए किसी नाम की सिफारिश कर सकते हैं, फिर चाहे वह अपने नाम की ही सिफारिश क्यों न कर दे. लेकिन हरीश रावत के ट्वीट से यह तो तय हैं की कांग्रेस की सरकार आते ही सोनिया गाँधी को भारत रत्न से नवाज़ा जायेगा.