पश्चमी बंगाल के चुनाव अगले कुछ हफ़्तों में होने वाले हैं, लेकिन TMC में भगदड़ अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रही. ताज़ा खबर के मुताबिक़ टीएमसी सांसद सुनिल कुमार मोंडल ने भी TMC से इस्तीफ़ा देते हुए BJP का दामन धाम लिया हैं. इस दौरान TMC के गुंडों से उनकी रक्षा के लिए गृह मंत्रालय ने Y+कैटेगरी की सुरक्षा भी प्रदान दी हैं.
गौरतलब है की जब शुभेंदु अधिकारी ने भी TMC से इस्तीफ़ा दिया था तो गृह मंत्रालय ने उन्हें भी Z+ कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान कर दी थी. TMC की ममता बनर्जी को सबसे बड़ा झटका पार्टी के स्थापना दिवस के दिन लगा था. इस दौरान कोंटाई नगर निकाय में 20 में से 15 पार्षदों ने TMC छोड़कर BJP ज्वाइन कर ली थी.
शुभेंदु अधिकारी की बात करें तो उनका कद TMC में BJP के अमित शाह के समान था. लेकिन धीरे-धीरे ममता बनर्जी के आस पास उनके चाटुकारों का जमावड़ा बढ़ता चला गया और शुभेंदु अधिकारी और उनके सुझावों को पार्टी दरकिनार करती रही. शुभेंदु अधिकारी ने मीडिया को बताया की जब उन्हें कोरोना हुआ था तो पार्टी के बड़े नेता से लेकर छोटे नेता तक किसी का भी मुझे हालचाल पूछने के लिए फ़ोन नहीं आया.
जबकि देश के गृह मंत्री अमित शाह मेरे साथ निरंतर कांटेक्ट में थे. ऐसे में मैंने ठान लिया था की अब TMC में मेरी लिए की जगह नहीं बची है इसलिए ठीक हुआ तो मैं BJP में चला जाऊंगा. पश्चमी बंगाल में शुभेंदु अधिकारी 40 से अधिक विधान सभा सीट्स पर अपना कंट्रोल रखते हैं. इस वजह से शुभेंदु अधिकारी का BJP में शामिल होना BJP की जीत की एहम कड़ी माना जा रहा हैं.
उधर तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और NCP प्रमुख शरद पवार को रैली निकालने के लिए आमंत्रित कर रही हैं. TMC के लिए एक और चुनौती ओवैसी बने हुए हैं, जो राज्य में मुस्लिम बहुल सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर चुके हैं. जिससे पार्टी के मुस्लिम वोटर बट जाएंगे और हिन्दू वोटर्स से TMC को उम्मीद पहले से ही नहीं हैं.