शाहीन बाग़ में धरने से परेशान होकर कपिल गुर्जर ने हवाई फायर कर दिए थे. पुलिस ने मौके पर से कपिल गुर्जर को गिरफ्तार किया और उसे कुछ समय के लिए जेल भी हुई. बाद में पता चला की कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी का कार्यकर्त्ता था, मामला जब सोशल मीडिया में उठा तो आम आदमी पार्टी ने उसे पार्टी से निकाल दिया.
आज खबर आई की कपिल गुर्जर ने भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन कर लिया हैं. तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई और भारतीय जनता पार्टी ने कुछ देर बाद सफाई देते हुए कहा की हमने उसे पार्टी से बाहर निकाल दिया हैं. भारतीय जनता पार्टी के गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस पुरे मामले की सफाई पेश की.
उन्होंने मीडिया को बताया की, “आज कुछ युवा भाजपा में शामिल हुए जिसमें कपिल गुर्जर भी शामिल था. उसके विवादित शाहीन बाग मामले की कोई जानकारी हमें नहीं थी. घटना की जानकारी होने पर कपिल गुर्जर का पार्टी में शामिल किया जाना तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है.”
आज सुबह ही गाजियाबाद में BJP के स्थानीय नेताओं की मजूदगी में कपिल गुर्जर ने पार्टी को ज्वाइन किया था और मीडिया से कहा था की वह पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. कपिल गुर्जर का पूरा विवाद नागरिकता संशोधन कानून 2020 (Citizenship Amendment Act) से जुड़ा हुआ हैं.
नागरिकता संशोधन कानून 2020 (Citizenship Amendment Act) बिल के कानून बनने पर विपक्षी दल मुस्लिमों को डराने में कामयाब रहे थे, की अब उनकी नागरिकता छिन ली जाएगी और उन्हें देश से बाहर निकाल दिया जायेगा. इसी भ्रम के आधार पर देश में कई जगह प्रदर्शन हुए और दंगे भी हुए कई लोगों की मौत भी लेकिन इस बिल की वजह से किसी की नागरिकता नहीं छिनी गयी.
इस बिल को लेकर देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बयान देते हुए कहा था की, “CAA पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए लोगों को नागरिकता देने का कानून है. ये भारत में रह रहे किसी भी व्यक्ति की नागरिकता लेने का कानून नहीं है.” उनके इस बयान को लोग समझ नहीं पाए नतीजा अंत में दिल्ली दंगों के साथ यह विरोध प्रदर्शन ख़त्म हुआ.