तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इन्हीं विधानसभा चुनावों में BJP और रजनीकांत की पार्टी का गठबंधन पक्का माना जा रहा था. रजनीकांत अपनी पार्टी का ऐलान तो कर चुके हैं लेकिन अभी तक वह चुनाव के लिए मैदान में नहीं उतरे.
इससे पहले वह 2019 लोकसभा चुनाव में उतरने से भी इंकार कर चुके हैं और अब उन्होंने अपनी बिमारी को भगवान् का इशारा बताते हुए अपने फैंस का दिल तोड़ दिया. उन्होंने ट्विटर पर एक ओपन लेटर लिखते हुए अपने फैंस को बताया की उनका बीमार होना भगवान् की और से इशारा हैं. इसलिए अब वह अपनी राजनीती पार्टी को चुनाव में उतारने का प्लान ड्रॉप करने लगे हैं.
तमिलनाडु में ‘थलाइवा’ और देश भर में ‘रजनीकांत’ के नाम से मशहूर ‘शिवाजी राओ गायकवाड़’ का राजनीती में आने का इंतजार देश भर में लोग कर रहे थे. रजनीकांत ने पहले एलान करते हुए कहा भी था की वह ईश्वर से जुड़े हुए इंसान हैं और उनकी राजनीती भी आध्यात्मिक किस्म की ही होगी.
रजनीकांत ने कहा था की लोग आप पर विश्वास करके वोट देते हैं की आप उनके लिए कुछ बेहतर काम करोगे. ऐसे में चुनाव जीतने के बाद नेता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस न करें. उन्होंने कहा की सिर्फ सोशल मीडिया और न्यूज़ मीडिया आपको जीत नहीं दिलवा सकता.
ऐसे में मेरे बार-बार बीमार होने के बाद महामारी के बीच मेरा चुनाव प्रचार करना भी संभव नहीं होगा. आपको बता दें की इस कुछ दिन पहले ही फिल्म ‘Annathe’ की शूटिंग शुरू हुई थी और फिर सेट पर कुछ लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी. इस वजह से फिल्म की शूटिंग को फिर से रुकवा दिया गया.
— Rajinikanth (@rajinikanth) December 29, 2020
इसके बाद रजनीकांत की भी अचानक रक्तचाप बढ़ने से तबियत खराब हो गयी और उन्हें हॉस्पिटल दाखिल करवाया गया. इससे पहले मार्च में भी फिल्म ‘Annathe’ की शूटिंग को रोका गया था और महामारी की गुजरने के इंतजार किया गया. अब फिल्म ‘Annathe’ की शूटिंग भी पूरी नहीं हुई और ऊपर से महामारी के बीच चुनाव प्रचार भी संभव नहीं तो रजनीकांत का यह फैसला दिल तोड़ने वाला हो सकता हैं, लेकिन गलत नहीं हैं.