कुछ दिन पहले कर्णाटक में बीजेपी गौ हत्या को लेकर एक कानून लेकर आई. इस कानून को संसद में कांग्रेस नेताओं के जबरदस्त हंगामे के बीच पास करवा लिया गया. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने सदन की मर्यादा को लांघते हुए कर्नाटक में राज्य विधान परिषद के उपाध्यक्ष और जेडीएस के नेता एसएल धर्मगौड़ा को कुर्सी से जबरदस्ती हटा दिया और उनके साथ धक्का-मुक्की भी की थी.
आज उनका शव रेलवे के ट्रैक पर मिला और साथ में मिला एक पत्र. उस पत्र से साफ़ होता है की उन्होंने आत्महत्या की हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सोमवार (दिसंबर 28, 2020) शाम करीब 7 बजे धर्मगौड़ा अपनी कार से अकेले ही कही चले गए थे. देर रात घर नहीं पहुंचे तो घर वालों ने जान पहचान के लोगों से संपर्क किया.
उसके बाद घर वालों ने पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज़ करवा दिया. पुलिस उन सभी जगह पर तलाश शुरू की जहाँ वह अक्सर जाया करते थे, लेकिन पुलिस को उनका कोई सुराग नहीं मिला. फिर पुलिस को एक रिपोर्ट मिली की लोगों ने किसी शव को रेलवे ट्रैक पर देखा हैं और इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो यह शव किसी और का नहीं बल्कि कर्नाटक में राज्य विधान परिषद के उपाध्यक्ष और जेडीएस के नेता एसएल धर्मगौड़ा का ही था.
पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शिमोंगा के सरकारी अस्पताल में शव को भिजवा दिया हैं. DGP ने यह स्वीकार किया है की उन्हें एक सुसाइड नॉट मिला हैं, लेकिन उनका कहना है की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने तक हम इसका खुलासा नहीं कर सकते. देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा को इस बात का पता चला तो उन्होंने मीडिया से कहा की, “राज्य विधान परिषद के सभापति और जेडीएस नेता एसएल धर्मगौड़ा की आत्महत्या की खबर जानकर हैरान हूँ. वह एक शांत और सभ्य व्यक्ति थे. यह राज्य के लिए नुकसान है.”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात का खुलासा होगा की क्या यह सच में आत्महत्या है या फिर हत्या के बाद इसे आत्महत्या बनाने की कोशिश हैं. इसके इलावा उनके मोबाइल ट्रैक रिकॉर्ड से भी पता चलेगा की क्या वह घर से सीधा आत्महत्या करने के लिए ट्रैक पर चले गए थे या वह पहले कहीं और गए और फिर आत्महत्या का मन बनाया.
It is shocking to learn the news of Deputy Speaker of State Legislative Council and JDS leader SL Dharmegowda’s suicide. He was a calm and decent man. This is a loss of the state: HD Deve Gowda, former PM and JDS leader (File pic) https://t.co/3NHL9rJElz pic.twitter.com/BtdaLzjtwF
— ANI (@ANI) December 29, 2020
इसके बाद ही सुसाइड नॉट में लिखे कारणों की कड़ियों को आपस में जोड़ा जाएगा और उनकी लिखावट को मिलाया जाएगा. लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की बात को सही माने की वह सच में शांत और सभ्य व्यक्ति थे तो सदन में जिस प्रकार का सलूक उनके साथ कांग्रेस नेताओं ने किया था उससे शांत और सभ्य व्यक्ति अंत में इसके इलावा और क्या कदम उठाता?