एक बार फिर से देश में बलात्कार का मामला सामने आया हैं, वो भी एक 13 साल की दलित लड़की के साथ. यह मामला हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र का है, जहां अपने खेतों में काम करने के लिए गयी 13 साल की लड़की के साथ रेहान, तस्लीम, दानिश और अब्दुल ने दुष्कर्म किया.
पीड़िता के भाई ने कहा की जब उसे चीखने और चिलाने की आवाज़ आई तो वह अपनी बहन की तरफ भागा. जिसके बाद चारों आरोपी भाग खड़े हुए लेकिन मैंने उन्हें देख और पहचान लिया था. मैंने भागते हुए उनका पीछा किया लेकिन भले ही वह मौके से भागने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस को मैंने सब कुछ बता दिया जिससे उन चारों को गिरफ्तार कर लिया हैं.
पीड़िता तब तक बेहोश हो चुकी थी उसे पहले घर लाया गया. उसके बाद जब उसे हॉस्पिटल लेजाया गया तब डॉक्टर्स ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न होने की पुष्टि की. पिता ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज़ करवाया भाई ने क्योंकि आरोपियों को देख और पहचान लिया था इसलिए वह मुख्य गवाह बना.
पुलिस ने चारों मुस्लिम लड़कों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376-डी (सामूहिक बलात्कार), एससी / एसटी और पीओसीएसओ अधिनियम की धाराओं के तहत केस फाइल किया हैं और सभी को गिरफ्तार भी कर लिया गया हैं. लड़की के परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस ने उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की हैं. जिससे आरोपी के परिवार वाले लड़की के परिवार वालों पर केस वापिस लेने का दबाव न बना सके.
आरोपी मुस्लिम है और पीड़िता दलित सिर्फ यही कारण हैं की उत्तर प्रदेश से लेकर हमारे देश के बड़े न्यूज़ चैनल्स ने इस खबर को चलना जरूरी नहीं समझा. दलित लड़की को इन्साफ दिलाने के लिए न तो भीम आर्मी से कोई आगे आया और न ही बहुजन समाजवादी पार्टी से कोई आगे आया.
फिर भी मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम जयनाथ यादव और एएसपी सर्वेश मिश्रा पीड़िता के घर गए और उनके परिवार को इन्साफ दिलाने का आश्वासन दिया. इसके इलावा गढ़मुक्तेश्वर के भाजपा विधायक कमल मलिक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने भी पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और उसे जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया.