सेना के जवान की सुरक्षा उसकी वर्दी से तय होती हैं, बुलेट प्रूफ जैकेट महज़ आपके सीने और पेट पर लगने वाली गोली को रोक सकती हैं. लेकिन अगर किसी सैनिक के पास पूरी वर्दी ही आधुनिक हो तो उसके शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंग गोलीबारी के बीच बच सकते हैं.
कुछ दिनों परहले आपको याद होगा की जब राहुल गांधी संसदीय समिति की बैठक से बाहर आ गए थे. दरअसल उस दौरान भारतीय सरकार इसी वर्दी को लेकर बात कर रही थी. राहुल गांधी का कहना था की, भारतीय सरकार सेना की वर्दी को लेकर केवल समय बर्बाद कर रही हैं. सेना की वर्दी को लेकर जिम्मा सेना के जवानों को ही सौंप देना चाहिए.
दरअसल भारत ऐसा पहला देश नहीं हैं जो अपने सेना के जवानों के लिए आधुनिक सूट बनवाने की बात कर रहा हैं. इससे पहले भी देश और दुनिया के कई देश अपने सेना के जवानो की सुरक्षा के लिए ऐसे सूट बना चुके है या उन परियोजनाओं पर काम चल रहा है जिससे इसको पहनने वाला इंसान किसी सुपरहीरो से कम नहीं लगेगा.
फ्यूचर फोर्स वारियर, अमेरिका जो की एक ऐसा सूट है जिसका कवच महज़ 1 इंच मोटा हैं और अभी के मुकाबले बेहद हल्का. चुंबकीय रियोलॉजिकल द्रव से बनने वाला यह सूट अमेरिका में सन 2000 में प्रपोस किया गया था और यह पूरी यूनिफॉर्म नैनोटेक्नोलॉजी बेस्ड थी.
रैटनिक-3, रूस द्वारा बनाया गया यह सूट बेहतर कवच, हेल्मेट, आखों के लिए अलग-अलग प्रकार के मॉनिटर, संपर्क यंत्र और हेडफोन्स जैसी सुविधाओं से लैस हैं. यह सूट आपको 150 किलोग्राम के हथ्यार उठाने और चलाने में मदद करता हैं. बाहर से सख्त होने के बावजूद पहनने वाले इंसान को इसका ज्यादा पता नहीं चलता सबसे ख़ास बात यह इंसानी ताकत को कई गुना बढ़ा देता हैं.
फिस्ट, ब्रिटेन द्वारा बनाया गया फ्यूचर इंटिग्रेटेड सोल्जर टेकनोलॉजी या फिर फिस्ट (FIST) अब तक का सबसे ज्यादा आधुनिक सूट में से एक हैं. इस सूट में हथियार, यूनिफॉर्म, रेडियो तकनीक, देखने के लिए सुविधाजनक यंत्र मुहैया करवाए गए हैं. इस सूट में लगा कपडा भी कंप्यूटर यंत्र की कनेक्टिविटी बेहतर बनाता हैं.
कॉमफुट, स्पेन द्वारा बनाये इस सूट में पसीना सोखने के लिए ख़ास यंत्र का प्रयोग किया गया हैं. इस सूट में बुलेट प्रूफ जैकेट इनबिल्ड होती हैं और सबसे ख़ास बात जवान को बन्दूक चलाने के लिए बन्दूक पर लगे यंत्र की और देखना होता हैं. जिसमें दूसरी और सटीक निशाने की पूरी जानकारी होती हैं.
फेलिन, फ्रांस द्वारा बनाया यह सूट (Fantassin, Équipement, Liaisons, Intégrées) आपको आग से, पानी से, गैस से यहाँ तक की इंफ्रारेड कैमरा से भी बचाता हैं. इस सूट के अंदर किसी प्रकार का कीड़ा नहीं घुस सकता. इस प्रकार यह सूट जवानों के लिए दुश्मन के इलाके में इंफ्रारेड कैमरा के सामने भी छुपकर रहने में मदद करता हैं.
आईडीजेड-ईएस, जर्मनी द्वारा बनाया सूट यानी IDZ-ES (Infanterist der Zukunft) यह सूट बुलेट प्रूफ ही नहीं बल्कि छोटा मोटा धमाका प्रूफ भी होता हैं. यह सूट मिनी कंप्यूटर जैसा हैं, आंख के पास बने चश्मे जैसे डिवाइस में वह इंसान अपने साथी जवानों को, अपनी सेना की दूसरी टुकड़ी को और अपने चीफ के कमांड आसानी से देख सकता हैं.
चीन का फ्यूचर सोल्जर प्रोजेक्ट ऊपर लिखे सभी छह सुटों में से बेहतर हैं. यह सूट नार्मल यूनिफार्म के ऊपर पहना जाता हैं. यह सूट नहीं बल्कि एक तरह का कंगाल ही जो आप ऊपर से पहनते हैं. इसको पहनने के बाद इंसान की ताकत 5 गुना तक बढ़ जाती हैं. आप इस सूट को पहन कर बिना जोर लगाए 45 किलोग्राम तक के वजन को उठा सकते हैं. असल में आप नहीं बल्कि इस सूट ने वजन उठाया होता हैं, जिसे आपने पहना होगा.
यही कारण हैं की मोदी सरकार आधुनिक हथ्यारों के साथ साथ सेना के लिए आधुनिक सूट भी तैयार करवाने पर चर्चा कर रही हैं. इन सूट के सहारे सेना के जवानों की कीमती जान तो बचेगी ही साथ में वह दुश्मन के इलाके में पहले से ज्यादा ताकतवर भी साबित होंगे. देखना यह होगा की इस सूट को लेकर आधिकारिक योजना शुरू करने का ऐलान कब होता हैं.