भारतीय जनता पार्टी ने जब से ओवैसी के गढ़ में सेंध लगाई है तब से ही तेलंगाना और हैदराबाद की राजनीती में उथल-पुथल चल रही हैं. अब बीजेपी के नवनिर्वाचित पार्षदों ने आज प्रसिद्ध चारमीनार स्थित श्री भाग्यलक्ष्मी मंदिर में जाकर माथा टेका और कभी भी भ्रस्ट न होने की शपथ ली.
इसी सन्दर्भ में तेलंगाना बीजेपी के प्रवक्ता राकेश रेड्डी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की, “बीजेपी पार्षदों ने शपथ ली कि वे भ्रष्ट नहीं होंगे और लोगों की अच्छे से सेवा करेंगे.” आपको याद होगा की हैदराबाद में होने वाले निकाय चुनाव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के भाषणों में इस मंदिर की खूब चर्चा हुई थी.
इस दौरे के दौरान पार्टी के अध्यक्ष और करीमनगर के सांसद बंबंडी संजय कुमार भी मजूद थे और सुरक्षा के लिहाज़ से भारी पुलिस बल भी तैनात किया हुआ था. इसका एक कारण यह भी था की कल शुक्रवार का दिन था और भारी संख्या में मुस्लिम जुम्मे की नमाज़ अदा करने के लिए मस्जिदों में भी जाते हैं.
आपको याद होगा की तेलंगाना के हैदराबाद में बीजेपी ने यह निकाय चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. देश के गृह मंत्री से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक इस चुनाव में प्रचार करने के लिए पहुंचे थे. उस दौराव योगी आदित्यनाथ ने ब्यान देते हुए कहा था की अगर हम चुनाव जीते तो हैदराबाद का नाम बदल कर प्राचीन नाम ‘भाग्यनगर’ कर दिया जाएगा जो की श्री भाग्यलक्ष्मी मंदिर के नाम पर रखा हुआ था.
इस बयान के ओवैसी भाइयों की तीखी प्रतिक्रिया भी सुनने को मिली लेकिन इसके बावजूद हैदराबाद की जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास दिखाया और बीजेपी चुनाव परिणामों में दूसरे नंबर पर रही, तीसरे पर ओवैसी और टीआरएस पहले नंबर पर रही.
इसी चुनाव के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं की चुनाव से पहले या बाद में TRS प्रमुख अपनी पार्टी को NDA में शामिल करके अगले नितीश कुमार बनाने की तैयारी में हैं. राज्य में TRS की पकड़ कमजोर हो चुकी हैं और अन्य किसी पार्टी के पास इतना दम नहीं है जो सीटें निकाल सके ऐसे में अपनी राजनितिक साख बचाने के लिए KCR यह कदम उठा सकते हैं.