कंगना रनौत बॉलीवुड में ऐसी कलाकार बन चुकी हैं जो बॉलीवुड के साथ-साथ अब पंजाबी इंडस्ट्री से भी लोहा ले रही हैं. पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री जहां किसान आंदोलन की सबसे बड़ी समर्थक बनकर लोगों का दिल जीतकर अपने गाने और फ़िल्में हिट करवाने की फिराख में हैं.
बिना बिलों के प्रावधान पढ़े और जाने जिस तरह से किसान आंदोलन का विरोध चल रहा है, उससे यह तो साफ़ है की विपक्षी पार्टियों और नए-नए बने किसान नेताओं का इस बिल को लेकर विरोध केवल 2022 चुनावों में अपनी जगह पक्की करने का हैं. ऐसे में कंगना रनौत इस आंदोलन से जुड़े कई ऐसे बयान दे चुकी हैं, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा.
ऐसे में सवालों के बेबाक जवाब देने वाली कंगना ने ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए लिखा की, “मैं फिल्म इंडस्ट्री को लेकर हमेशा ईमानदार रही हूं, इसलिए उनमें से ज्यादातर लोग मेरे खिलाफ हैं. मैंने आरक्षण का विरोध किया तो ज्यादातर हिंदू मुझसे नफरत करने लगे. एक्ट्रेस ने आगे लिखा कि ‘मणिकर्णिका’ की रिलीज के दौरान मैंने करणी सेना के साथ लड़ाई की तो राजपूतों ने भी मुझे धमकी दी. मैं इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ खड़ी हुई तो मुस्लिम नफरत करने लगे. मैं खालिस्तानियों से लड़ी तो अब ज्यादातर सिख मेरे खिलाफ हो गए हैं.”
उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा की, “मेरे शुभचिंतक मुझे बताते हैं कि मेरे जैसे वोट भगाने वाली शख्सियत को कोई भी पार्टी पसंद नहीं करती. इसलिए ये जाहिर है कि मेरी कोई भी राजनीतिक दल मेरी सराहना नहीं करता है. आप में से ज्यादातर लोगों को आश्चर्य होता होगा कि मैं जो करती हूं, वह क्यों करती हूं? इसका जवाब है कि इस दुनिया से परे एक और दुनिया है, जहां मेरी अंतरात्मा है, वहां मेरी सराहना होती है.”
पिछले कुछ दिन पहले आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कंगना रनौत द्वारा एक तस्वीर को MEME बनाकर साझा करते हुए ट्वीटर पर डालने को लेकर अभिनेत्री के खिलाफ निशाना साधा था. इस तस्वीर में जो नेता नज़र आ रहें हैं उन्हें लुटियंस लिबरल, जिहाद, आजाद कश्मीर, अर्बन नक्सल, कम्युनिस्ट व खालिस्तान उपनामों से संबोधित किया गया हैं. मतलब MEME के रुप में जनता को दिखाने की कोशिश की गयी है की कैसे भारत में मोदी के विरोध में अब खालिस्तानी भी दूसरी देश विरोधी ताकतों के साथ जुड़ने को बेकरार हैं.