प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके में एक ऐसी अनोखी शादी हुई है जो अब इंसानियत और मोहब्बत की ऐसी मिसाल बन जाएगी. आपने अख़बारों में, सोशल मीडिया में या न्यूज़ चैनल में यह जरूर पढ़ा या देखा होगा की कैसे लोग बरातियों की खातिरदारी में कमी पेशी रहने पर या फिर दहेज़ के चलते बारात वापिस ले जाते हैं.
आपको 15 साल पहले शाहिद कपूर और अमृता राव की फिल्म ‘विवाह’ याद हैं? जिसमें लड़की शादी से पहले आग में झुलस जाती है फिर भी लड़का उससे शादी कर लेता हैं? ऐसा ही एक वाक्या प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके के लोगों को अपनी आँखों के सामने देखने को मिला.
शादी से ठीक आठ घंटे पहले लड़की के साथ दुर्घटना हो गयी, डॉक्टर्स ने लड़की को अपंग बता दिया. लड़की वाले जब सोच रहे थे की अब यह रिश्ता भी टूट जायेगा लेकिन दूल्हे अवधेश ने लड़की की मांग में सिन्दूर भरते हुए उसे अपना जीवन साथी बना लिया.
इसके बाद पत्नी को एम्बुलेंस से उसके घर बुलाकर स्ट्रेचर पर ही हिन्दू धर्म के पुरे विद्धि विधान के साथ शादी को संपन्न करवाया. सुनने को यह भले ही आसान लग रहा हो लेकिन दूल्हे अवधेश ने जो सराहनीय काम किया है, वह हर हर कोई नहीं कर सकता. आपको बता दें लड़की का नाम आरती मौर्या है और वह जिले के कुंडा इलाके की रहने वाली हैं.
कुछ हफ्ते पहले ही उसका रिश्ता साथ के गांव के अवधेश नाम के लड़के के साथ तय हुआ था. दोनों घरों में पूरी तैयारियां हो चुकी थी, घर में मेहमान और नाच गाना शुरू था. लेकिन बारात के आने के आठ घंटे पहले छत पर बच्चे को बचाते-बचाते आरती का पैर फिसल गया और वह छत से निचे गिर गयी.
बच्चा भले ही बच्च गया लेकिन आरती को तुरंत हॉस्पिटल लेजाया गया, हॉस्पिटल में डॉक्टर्स ने उसे अपंग घोसित कर दिया. डॉक्टर्स ने कहा की आरती की रीढ़ की हड्डी टूट चुकी है और उसके पाँव में भी फ्रैक्चर हैं. एक के बाद एक हॉस्पिटल से यह सुनने के बाद इस हादसे की सूचना लड़की के होने वाले ससुराल वालों को दे दी गयी.
ससुराल वाले हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने जब कहा की शादी होकर रहेगी तो लड़की के माँ बाप सहित सभी रिश्तेदारों और हॉस्पिटल के स्टाफ तक हैरान हो गया. जाहिर हैं ऐसा उन्होंने भी पहले फिल्मों में ही होता देखा था जो अब सच होने जा रहा था. आखिरकार आरती की शादी हुई और ऑपरेशन से लेकर हॉस्पिटल तक तमाम खर्चे आरती का पति उठाने के लिए तैयार हो गया.