किसान आंदोलन एक ऐसा आंदोलन हैं जहां धरने पर बैठे लोगों के साथ साथ विपक्षियों को पूरा भ्रह्मांड का ज्ञान तो भले ही हैं. लेकिन उन्हें यह नहीं पता की बिल में प्रावधान क्या और किसको लेकर हैं. ऐसे में जब भी कोई वीडियो जमीनी स्तर से बाहर आता हैं लोग मनोरंजन करने के लिए इसे देखना जरूर पसंद करते हैं.
क्योंकि ऐसी वीडियो में नेता और आंदोलन में बैठे हुए किसान दोनों ही बिल से जुड़े हुए ऐसे प्रावधानों का जिक्र करते हैं, जो इस बिल में जुड़े ही नहीं. ऐसे में बॉलीवुड के जाने माने डायरेक्टर अशोक पंडित ने राहुल गांधी की बुद्धिमता पर तंज़ कस्ते हुए एक ट्वीट पोस्ट किया और लिखा की, “राहुल गाँधी ने किसानों से 4 घंटे मुलाक़ात की. 3 घंटे तो किसान उन्हें यही समझाते रहे कि गेहूँ का कोई पेड़ नहीं होता! लेकिन वो माने नहीं! आख़िर थक कर किसानों ने पीछा छुड़ाने के लिए उनसे कहा कि गेहूँ के पेड़ इटली में होते होंगे हिंदुस्तान में नहीं!”
अशोक पंडित के ट्वीट के बाद उनके फोल्लोवेर्स ने भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के मजे लेने शुरू कर दिए. इस दौरान एक व्यक्ति ने ट्वीट करते हुए लिखा की, “किसान होशियार हैं! उन्होंने ये माथापच्ची कांग्रेसी राजमाता को ही सौंप दी! संभालो अपना बच्चा! लेकिन उन्हें 75 साला राजमाता के बारे में भी सोचना चाहिए था इस उम्र में अब इतनी दिमागी कवायद ठीक नहीं!”
अशोक पंडित के ट्वीट से प्रभावित होकर एक यूज़र ने भी ट्वीट करते हुए लिखा की, “अगर गेहूँ के पेड़ नहीं होता तो आलू कहाँ से निकलता है? पप्पू ने पूछा. तो इसपर किसान ने बोला- फैक्ट्री में बनता है. पप्पू बोला- मुझे मालूम नहीं था पहले, मैं नया था राजनीति में, अब पता चला. आलू गेहूँ के पेड़ में ही उगता है. तभी तो लोग आलू की सब्जी और गेहूँ की रोटी खाते हैं.”
आपको बता दें की यह महज़ विपक्ष पर तंज़ कसने के लिए किया गया ट्वीट था, दरअसल कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे एक व्यक्ति किसानों को दो केले देते हुए कहता है की यह केले आम आदमी पार्टी के केजरीवाल ने भेजे हैं. वहां मजूद किसान भड़क जाते हैं और उस व्यक्ति को कहते हैं की यह केले वापिस लेजाकर केजरीवाल को दे देना एक उसके हाथ में और दूसरा उसके पीछे.