15 दिसंबर 2020 को आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री माननीय अरविन्द केजरीवाल जी ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश के लोगों ने अरविन्द केजरीवाल को लेकर जहां मज़ाक उड़ाया वहीं BJP वालों का कहना हैं की जमानत जब्त करवा कर भी आम आदमी पार्टी को समझ नहीं आया दिल्ली के बहार पार्टी का वजूद नहीं हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने एक ट्वीट करते हुए आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा उन्होंने लिखा की, “UP के लोग भूले नहीं वह अपमान, जब दिल्ली सरकार ने कोरोना आपदा के समय ढूंढ ढूंढ कर यूपी बिहार के लोगों को दिल्ली से भगाया, आधी रात उन्हें परिवार बच्चों के साथ भूखा प्यासा सड़क पर ला दिया, तब योगीजी ने ही पूरी रात जाग सुरक्षित घरों तक पहुँचाया, AAP का तो ‘ख़ास’ ही स्वागत करेंगे UP वाले.”
वहीं कुछ लोगों ने ट्वीट करते हुए लिखा इसी बहाने हमें चुनाव में मनोरंजन भी देखने को मिलेगा. क्योंकि चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी आपने ही कार्यकर्त्ता को पैसे देकर अपने ही नेताओं पर स्याही, जूता, चप्पल फेंकवायेगी. इसके पीछे की सच्चाई यह है की आम आदमी पार्टी के नेताओं पर चुनाव से पहले लगभग 9 बार ऐसा हमला हुआ हैं.
9 के 9 बार ही हमला करने वाला व्यक्ति आम आदमी पार्टी का कार्यकर्त्ता निकला और हमले से पहले उसके सोशल मीडिया या फिर फ़ोन में आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ फोटो मजूद मिले. उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का कहना है की अरविन्द केजरीवाल से मात्र 2 करोड़ की आबादी वाले राज्य की जनता संभाली नहीं जा रही और वह सपने देख रहें हैं 22 करोड़ वाले राज्य को सँभालने के.
अरविन्द केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा की उत्तर प्रदेश के लोगों ने सभी पार्टियों को अपने राज्य में मौका दिया हैं. आप एक बार हमें मौका दीजिये हम आपको फ्री बजली, फ्री पानी, मौहल्ला क्लिनिक, अच्छे स्कूल, अच्छे हॉस्पिटल और भ्रस्टाचार मुक्त सरकार देंगे. अब देखना यह होगा की इस फ्री के वेड उत्तर प्रदेश वासियों को दिल्ली वासियों जैसे लुभा पाते हैं या नहीं.