भारत में ताइवान की विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन (Wistron Corporation) द्वारा संचालित iPhone बनाने वाली कंपनी कर्नाटक में स्थित हैं. कर्नाटक के बेंगलोर में स्थित इस कंपनी में काम करने वालों का कहना है की कंपनी उनसे कई महीनों से काम तो करवा रही हैं लेकिन कंपनी की तरफ से उन्हें तनख्वा नहीं दी जा रही.
अपनी तनख्वा न मिलने से नाराज़ कर्मचारियों ने फैक्ट्री के अंदर जमकर उत्पात मचाया. विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन (Wistron Corporation) ने पुलिस में दर्ज़ करवाई अपने रिपोर्ट में लिखा है की लोगों ने उनकी फैक्ट्री से हजारों iPhone चोरी कर लिए हैं. इसके इलावा असेंबली लाइन को भी बहुत ज्यादा क्षतिग्रस्त किया गया हैं.
श्रम मंत्री शिवराम हेब्बर ने इस पुरे मामले में बात करते हुए बयान दिया की, कंपनी में हुई तोड़ फोड़ अस्वीकार्य हैं. उन्होंने कहा की कंपनी और कॉन्ट्रैक्ट मजदूरों के बीच विवाद पिछले तीन महीने से चला आ रहा हैं. उन्होंने अपने बयान में मीडिया को बताया की, “विस्ट्रॉन ने अपनी कोलार यूनिट के लिए 8,900 लोगों को काम पर रखने के लिए छह सहायक कंपनियों से कॉन्ट्रैक्ट किया था. इसके अलावा कंपनी में 1200 स्थायी कर्मचारी भी हैं.”
कर्नाटक के राज्य के उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार (Jagadish Shettar) ने भी मीडिया को इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की, “यह हिंसा विस्ट्रॉन और कर्मचारियों ने बीच के गलतफहमी के कारण भड़की. हमें पता चला है कि कंपनी ने कॉन्ट्रैक्टर्स को पैसे दे दिए थे, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों को भुगतान में देरी की. श्रम विभाग ने विस्ट्रॉन को नोटिस जारी किया है, जिसमें फर्म को तीन दिनों में बकाया भुगतान करने के लिए कहा गया है.”
कुछ बुद्धिजीवियों का कहना है की जब सैमसंग ने अपना प्लांट भारत में शिफ्ट करने की बात कही उसके बाद यह हिंसा हुई. जिसकी अगर पड़ताल की जाये तो कहीं न कहीं यह हिंसा सुनियोजित लग रही हैं, जिससे विदेशी कंपनियां भारत में अपना प्लांट लगाने से पहले 100 बार सोचने पर मजबूर हो जाये.