किसान आंदोलन अब देशद्रोहियों द्वारा हाईजैक कर लिया गया हैं. कुछ दिनों से इस किसान आंदोलन में वामपंथी दंगाइयों की रिहाई की भी मांग उठाई गयी थी. इसके साथ ही किसान आंदोलन से जुड़े जितने भी पंजाबी गायकों ने भारत का नक्शा पेश किया उसमें नार्थ ईस्ट और जम्मू कश्मीर गायब था.
इससे यह तो साफ़ है की वामपंथी चीन को नार्थ ईस्ट और पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर देकर भारत के टुकड़े करने की साजिश रच रहे हैं. अब आम आदमी पार्टी ने भी किसानों के मुद्दे पर जो नक्शा जारी किया है, वह उसमें जम्मू कश्मीर का हिस्सा गायब कर दिया हुआ हैं. जब भारत की राजनैतिक पार्टियां जम्मू कश्मीर को भारत का अंग नहीं मान रही तो पाकिस्तान के लिए UN में दावा करना आसान हो जाता हैं.
इसी को लेकर दिल्ली के पूर्व विधायक और अकाली दल के नेता मंजिदंर सिंह सिरसा ने अपने ट्वीट में लिखा की, “आम आदमी पार्टी ही है जो किसान मुद्दे को देशद्रोह का रंग देने पर तुली है. किसान संघर्ष दिखाने के लिये. आम आदमी पार्टी ने भारत के नक्शे से कश्मीर को ही ग़ायब कर दिया. हम इस घटिया हरकत की कड़ी निंदा करते हैं. अरविन्द केजरीवाल जी, किसान मुद्दे पर तो कम से कम देश को नीचा दिखाने से बाज आइये!”
दरअसल बीजेपी नेता पहले से ही यह दावा कर रहें हैं की यह किसान आंदोलन महज़ नाम का किसान आंदोलन हैं. किसान आंदोलन की आड़ में बुद्धिजीवी सरकार पर दंगाइयों की रिहाई और देश में अराजकता फैलाने को लेकर बड़े पैमाने पर साजिश रच हैं.
किसान आंदोलन के बीच देश की तमाम सुरक्षा एजेंसिया शामिल हो चुकी हैं, जो पल पल इनपर नज़र बनाये हुए हैं. दरअसल इस आंदोलन को जितना शाही बनाया गया हैं, उससे यह तो साफ़ है की इस आंदोलन में विदेशी फंडिंग भरपूर मात्रा में हो रही हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताते हुए कहा है की, आने वाले हफ़्तों में देशभर में बड़े पैमाने पर दंगे फैलाने की साजिश रची जा रही हैं.