बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर कपिल सिब्बल और पी चिदंबरम के बाद अब गुलाम नबी आज़ाद ने भी पार्टी के नेर्तत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं. गुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस पार्टी में Vip Culture को बदलने की सलाह दी हैं. जिसे बीजेपी बहुत समय पहले ही बदल चुकी हैं.
गुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व व कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा की, “हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है. जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है. वो समझता है बस मेरा काम खत्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए.”
गुलाम नबी आज़ाद ने Vip Culture को ख़त्म करने की और इशारा करते हुए कहा की, “हमारा ढांचा कमजोर है. हमें ढांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा, फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा. सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी? बिहार आएगा, मध्य प्रदेश आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा.”
गुलाम नबी आज़ाद ने शाही ठाठ-बाठ वाले नेताओं की आलोचना करते हुए कहा की, “5-स्टार होटल से चुनाव नहीं लड़े जाते. हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो 5-स्टार होटल में जाकर बुक हो जाते हैं. एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे, जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे. जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते.”
2014 में NDA की सरकार बनते ही बीजेपी ने अपनी पार्टी में इस Vip Culture को ख़त्म कर दिया था. आप देखते होंगे की बीजेपी नेता पैदल ही गाँव-गाँव भ्रमण कर लेते हैं, जैसे इस वक़्त बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ‘पूरी’ में कर रहें हैं. लेकिन कांग्रेस के साथ दिक्कत यह है की मौहल्ले का कांग्रेस प्रधान अपनी बात अपने एरिया के कांग्रेस पार्षद तक नहीं पहुंचा पाता.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के डिजिटल माध्यम से सबको एक दूसरे से बांधा हुआ हैं. समस्या को लटकाया नहीं बल्कि समाधान किया जाता हैं, जिससे बीजेपी से जुड़ा एक कार्यकर्त्ता भी पार्टी की जीत में आत्मविश्वास के साथ अपना पूरा योगदान देता हैं. कांग्रेस में जमीन से जुड़े नेताओं की कमी हैं जिसे अब देशवासी स्वीकार नहीं कर रहें.