अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में शामिल कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदारों के नाम अब सामने आने लगे हैं. सियासत तेज़ हो चुकी है और ऐसे रक्षा सौदों में हुए घोटाले कहीं न कहीं भविष्य में होने वाले रक्षा सौदों पर असर डालते हैं. उदाहरण के लिए राजीव गाँधी द्वारा बोफोर्स टॉप का घोटाला किया गया था.
उसके बाद मोदी सरकार आने तक किसी सरकार ने सेना के लिए नई तोप्पों के सौदे की मंजूरी ही नहीं दी. आपको बता दें की अगस्ता वेस्टलैंड डील में हुए घोटाले में बोफोर्स घोटाले के मुख्य आरोपी राजीव गाँधी के दोस्त कमलनाथ के भतीजे रतुल पूरी का नाम भी जुड़ गया हैं. जबकि कमलनाथ खुद 1984 में हुए दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम के सामने अगस्ता वेस्टलैंड के मुख्य आरोपी राजीव सक्सेना ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी का नाम लिया हैं. रतुल पुरी का नाम अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में आते ही बीजेपी की तरफ से एक के बाद एक बयान आने शुरू हो गए.
दरअसल जैसे की राहुल गाँधी कहते हैं कांग्रेस एक पार्टी नहीं बल्कि एक परिवार है. उसी प्रकार घोटाला कोई भी हो और जब भी उजागर हो, कोई एक कांग्रेस नेता नहीं बल्कि पुरी कांग्रेस ही उस घोटाले में लिप्त नज़र आती हैं. ऐसे में इस घोटाले में भी कांग्रेस में अपनी परंपरा टूटने नहीं दी और अतुल पुरी के साथ साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और अहमद पटेल का भी नाम राजीव सक्सेना द्वारा उजागर किया गया.
सेना के कुल 78 पूर्व सैन्य अधिकारियों के हस्ताक्षर करते हुए सरकार को एक पत्र लिखा है और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग की हैं. उनका कहना हैं की इस तरह के घोटाले भविष्य में होने वाली सैन्य डील के लिए कई दशकों तक बाधा खड़ी कर देते हैं. इस तरह से किसी भी देश की सेना का आत्मबल गिर जाता हैं और वह अंदर से खोगली और कमजोर होनी शुरू हो जाती हैं.