न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल की भारतीय-फ़िज़ियन महिला मोनिका चेट्टी की मौत 2014 में हुई थी. यह मौत किसी रहस्य से कम नहीं हैं, पुलिस को आज तक कोई सुराग का या कोई सबूत बरामद नहीं हुआ जिससे आरोपी तक पहुंचा जा सके. पुलिस और सरकार अब इस केस को और ज्यादा नहीं खींचना चाहती इसलिए सरकार ने अब इस केस की गुथी सुलझाने वाले को 5 लाख डॉलर का इनाम देने की बात कही हैं.
आपको बता दें की मोनिका चेट्टी जनवरी 2014 में वेस्ट ऑफ सिडनी से करीब 40 किलोमीटर दूर वेस्ट हाक्सटन के बुशलैंड में जिन्दा देखे जाने की गवाही कई लोगों ने दी हैं, इसके कुछ दिन बाद वह तेज़ाब से पूरी तरह से जली हुई पाई गयी. उन्हें हॉस्पिटल लेजाया गया जहां उनका इलाज़ चला लेकिन एक महीने दर्द में तड़पते हुए आखिरकार मोनिका ने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने 2020 नवंबर में एक बयान जारी करते हुए कहा की, हमें आज भी अपराधी का पता नहीं हैं. हमें किसी प्रकार का कोई सबूत अभी तक नहीं मिला. हालाँकि हमने जांच अभी रोकी नहीं है वह आगे चलती रहेगी, अब क्योंकि पीड़िता बोलने, लिखने या इशारा करने की हालत में नहीं थी, इसलिए उसकी तरफ से भी हमें जांच के लिए कोई सुराग नहीं मिला.
राज्य के पुलिस और आपातकालीन सेवाओं के मंत्री डेविड इलियट ने भी मीडिया को इस बारे में बयान देते हुए कहा की, “हम मोनिका चेट्टी के अपराधी का नाम बताने वाले को 500000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की पुरस्कार राशि की घोषणा करते हैं. मोनिका चेट्टी की मौत में इनाम की घोषणा एक महत्वपूर्ण ऐलान है, जिससे जांचकर्ताओं को सूचना मिलने की उम्मीद है.”
उन्होंने आगे कहा की, “मोनिका चेट्टी की संदिग्ध मौत को छह साल से अधिक समय हो गया है. हम सभी यह जानना चाहते हैं कि ऐसा अपराध कैसे हो सकता है. मुझे उम्मीद है कि यह इनाम उन आरोपियों तक पहुँचने में मदद करेगा जो इसके लिए जिम्मेदार हैं ताकि उसके परिवार को जवाब मिल सके की ऐसा क्यों हुआ.”