हाथरस का केस जो बुलगढी गाँव में हुई एक लड़की की हत्या और कथित बलात्कार का केस है. उसकी गुथी लगातार उलझती जा रही हैं, यह दुनिया का इकलौता ऐसा केस होगा जिसमें पीड़िता का परिवार ही नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने से मना कर रहा है. दरअसल इस मामले को निपटाने का जिम्मा CBI को सौंपा गया हैं, CBI टीम ने परिवार के सदस्यों को घटनास्थल लेजाकर पूछताछ की.
परिवार की बातों और उनके पहले के दिए बयानों में आये अंतर को देखते हुए CBI ने परिवार की पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने की मांग की. लेकिन परिवार ने नार्को टेस्ट की तरह पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने से भी इंकार कर दिया. आपको बता दें की CBI ने अपनी जांच में पाया है की, मुख्य आरोपी संदीप और पीड़िता दोनों आपस में एक दूसरे पर घंटों मोबाइल पर बात किया करते थे.
मुख्य आरोपी संदीप के फ़ोन से पीड़िता के नंबर और उसके भाई संदीप (पीड़िता का आरोपी और भाई दोनों का नाम संदीप है) पर लम्बी कॉल डिटेल्स निकल कर सामने आई हैं. ऐसे में लड़की के भाई की आवाज़ का सैंपल लेकर CBI ने टेलीकॉम कंपनी से रिपोर्ट मंगवाई हैं, ताकि पता लगाया जा सके की आरोपी संदीप और पीड़िता का भाई संदीप आपस में बातचीत करते थे या नहीं.
पीड़िता के भाई का कहना है की CBI जेल में बंद आरोपियों से कुछ नहीं पूछ रही, जबकि CBI का कहना है की जेल में बंद सभी आरोपी पॉलीग्राफ टेस्ट और नार्को टेस्ट के लिए पहले से तैयार हैं. CBI का कहना है की हम जांच प्रक्रिया के अंतिम दौर में पहुँच चुके हैं, बस रिपोर्ट तैयार करने से पहले पीड़िता के परिवार वालों से सच जानना चाहते हैं.
आपको बता दें की पहले मामला यह बताया गया था की पीड़िता और आरोपी दोनों एक दूसरे को नहीं जानते थे. दोनों परिवारों में आपसी रंजिश का मामला था, फिर फ़ोन डिटेल्स से पता चला की आरोपी और पीड़िता दोनों एक दूसरे से घंटों फ़ोन पर बात किया करते थे. ऐसे में यह तो साफ़ है की पीड़िता का परिवार अभी भी बहुत कुछ छुपा रहा है जिसे CBI को खुद से पता लगाना पड़ेगा, क्योंकि पीड़िता का परिवार किसी तरह की जांच के लिए तैयार नहीं.