नेता कभी-कभी चुनावी रैली के दौरान कुछ ऐसा बोल जाते हैं की लोग उस बात को समझ नहीं पाते और अपनी समझ के अनुसार उसका मतलब निकाल लेते हैं. ऐसे में बिहार चुनाव के दौरान नितीश कुमार के साथ भी यही हुआ. गुरुवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था और नितीश कुमार इस दौरान पूर्णिया में रैली कर रहे थे.
पूर्णिया की रैली में नितीश कुमार के मुंह से निकल गया की यह उनका आखिरी चुनाव हैं. मीडिया और सोशल मीडिया पर बयान वायरल होने लगा ऐसे में JDU पार्टी की तरफ से बयान आया की मुख्यमंत्री नितीश कुमार के कहने का मतलब यह था की, यह उनकी 2020 के विधानसभा चुनाव की आखिरी चुनावी रैली हैं.
आपको बता दें की नीतीश कुमार पूर्णिया जिले के धमदाहा में JDU प्रत्याशी लेसी सिंह के लिए प्रचार करने के लिए पहुंचे हुए थे. इस दौरान नितीश कुमार ने कहा की, “सब लोग मिलकर लेसी सिंह को भारी मतों से विजय बनाइएगा? आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है और ये मेरा आखिरी चुनाव है… अंत भला तो सब भला… बताइये जिताइयेगा ना लेसी सिंह को?”
बस इसी के बाद सोशल मीडिया पर मीडिया दोनों जगह कयास लगने शुरू हो गए की यह नितीश कुमार का आखिरी चुनाव हैं. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने यहाँ तक कह दिया की नितीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना छोड़कर अब राष्ट्रपति बनने का सपना देख रहें हैं. इस वजह से वह इस बार अपना आखिरी चुनाव लड़ रहें हैं ताकि 2024 में केंद्र में NDA की सरकार दुबारा बने तो वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन सकें.
हालाँकि इससे पहले नितीश कुमार और योगी आदित्यनाथ के बीच चुनावी दावों में विरोध देखने को मिला था. किशनगंज की रैली में जहां योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया था की, वह बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत से बाहर निकाल देंगे. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किशनगंज की भूमि में जाकर बयान दिया था की, “किसी में इतना दम नहीं है कि वो हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे.”