राणा के बयान पर लिखने से पहले आपको भारत के फेमस मुस्लिम पेंटर MF Hussain याद हैं? इन्होने हिन्दू देवी देवताओं की नग्न तस्वीरें बनाई थी, विरोध के बाद इन्हें पूरी सुरक्षा के बीच देश निकाला दिया गया था. उस वक़्त भारतीय मुस्लिम और वामपंथी पत्रकार इसे लोकतंत्र की हत्या और कलाकार की आज़ादी के खिलाफ बताया करते थे. तब मुसलमानों की नज़र में MF Hussain बिलकुल सही था.
आज वक़्त बदला और फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून बन गया और अब कार्टून बनाने वाले और कार्टून दिखाने वालों के सर कलम किये जाने के बाद मुसलमानो का स्टैंड की जो हो रहा है सही हो रहा हैं. ऐसे में अब भारतीय शायर मुनव्वर राणा ने बयान देते हुए कहा है की, “कोई हमारे माता-पिता या फिर भगवान का गंदा, आपत्तिजनक कार्टून बनाता है तो हम उसे मार देंगे.”
मुनव्वर राणा ने कहा की मुस्लिम देशों में ऑनर किलिंग जायज़ है इसलिए आज अचानक आप इसे नाज़ायज़ करार नहीं दे सकते. उन्होंने आगे कहा की आप फ्रांस में एक दो लोगों के मारे जाने के बाद मुसलमानो के विरुद्ध खड़े हो गए हैं. वहीं जब अमेरिका, फ्रांस तो कभी रूस मुस्लिम देशों पर आतंकवाद को ख़त्म करने के नाम पर हमला करता है तो कितने मासूम लोग मारे जाते हैं.
मुनव्वर राणा ने कहा की अगर कोई किसी धर्म के लोगों को चिढ़ाने के लिए उस धर्म के भगवान् को लेके गलत कार्टून बनाएगा तो लोगों में गुस्सा आएगा ही. मैं एक इंसान हूँ और हिंदुस्तानी भी हूँ, अगर मुनव्वर राणा की मोटी-मोटी बात को समझे तो इनका कहने का साफ़ मतलब था की, अपने कार्टून बनाया लोग भड़के और आपका सर कलम कर दिया. अब आप ज्यादा शोर न मचाये की क्यों किया.
एक तरफ जहां अरब के सच्चे मुसलमानों से भरे हुए देश, फ्रांस का आतंकवाद के खिलाफ समर्थन कर रहें हैं. वहीं दोहम दर्ज़े के धर्म परिवर्तन करके बने हुए मुस्लिम देश या मुस्लिम जो की पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत जैसे देशों में रहते हैं वह फ्रांस के समान का बॉयकॉट करने की मुहीम चला रहें हैं.