Slowest Fifties in the History of IPL: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को धुआंधार बल्लेबाज़ी के लिए जाना जाता हैं. क्रिस गेल जैसे महान बल्लेबाज़ 20 ओवर के मैच में भी अकेले 175 रन की पारी खेल जाते हैं और टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचा देते हैं. ऐसे में क्या हो जब कोई बल्लेबाज़ तेज़ी वाला रिकॉर्ड अपने नाम करने की बजाए सबसे धीमा रिकॉर्ड अपने नाम बैठे?
आईपीएल टी20 प्रारूप ही कुछ ऐसा है की बल्लेबाज़ तेज़ी से रन बनाकर लौट जाते हैं और दूसरी टीम भी तेज़ी से रन बनाते हुए मैच ख़त्म कर देती हैं. ऐसे में हर बल्लेबाज़ की कोशिश होती हैं की वह तेज़ी से जितने ज्यादा हो सके अपनी टीम के रन बटौर सके. किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाज निकोलस पूरन ने मात्र 17 गेंदों में 50 रन बनाकर सबसे तेज़ अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था.
ऐसे में एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी द्वारा T-20 क्रिकेट को भी 50-50 की तरह खेलने पर आप क्या कहेंगे. ऐसा ही हुआ था 2009 में जेपी डुमिनी के साथ मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जेपी ने 55 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था. इसके बाद आज तक यह रिकॉर्ड उनके नाम ही हैं. जेपी ने पुरे मैच में 63 गेंदों का सामना करते हुए 59 रन बनाए थे. जिस वजह से 120 रन जैसे छोटे लक्ष्य का सामना करते हुए भी मुंबई इंडियंस 3 रनों से मैच हार गई थी.
22 अक्टूबर 2020 को खेले जाने वाले राजस्थान रॉयल्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के बीच में भी विजय शंकर ने ऐसा मौका बना दिया था की वह जेपी डुमिनी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे. हालाँकि उन्होंने 51 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करते हुए 51 गेंदों में ही आईपीएल में अर्धशतक ज़माने वाले अन्य खिलाड़ी मैथ्यू हेडन, जैक कैलिस और गौतम गंभीर जैसे नामों के अपनी जगह बना ली.
दरअसल कई बार मैच की कंडीशन ही ऐसी होती हैं, जहां एक बल्लेबाज़ अपनी टीम के लिए विकेट बचाकर खेलने के लिए मजबूर होता हैं. ऐसे में वह चाहकर भी बड़े शॉट मारने से परहेज़ करता हैं, क्योंकि उसके द्वारा मारा गया बड़ा शॉट कैच भी हो सकता है. जो बाद में टीम के लिए मुसीबत बन सकता हैं.