परमबीर सिंह मुंबई पुलिस में कमिश्नर का पद संभाले हुए हैं, लेकिन उनकी हरकतें किसी रूठे हुए बच्चे से कम नहीं हैं. अब खबर है की परमबीर सिंह ने R Bharat में काम करने वाले 1000 कर्मचारियों के खिलाफ क्रिमिनल एक्ट के तहत FIR दर्ज़ करवा दी हैं. R Bharat ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है की परमबीर सिंह एंकर से लेकर रिपोर्टर और एडिटर से लेकर कैमरा मैन तक पर केस दर्ज़ कर दिया हैं.
अर्नब गोस्वामी ने मुंबई पुलिस कमिश्नर की इस कार्यवाही को बदले की भावना बताया हैं. इसके साथ ही अर्नब कहते हैं की हमारी टीम का कोई भी सदस्य परमबीर सिंह से डरने वाला नहीं हैं. हम डटकर इनका मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. इससे पहले परमबीर सिंह ने R Bharat का नाम Fake TRP में डालते हुए प्रेस कांफ्रेंस की थी.
बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने R Bharat को क्लीन चिट देते हुए माना था की FIR में R Bharat का नाम था ही नहीं. इसलिए R Bharat ने परमबीर सिंह द्वारा लगाए झूठे आरोप के कारण हुए नुक्सान की भरपाई के लिए परमबीर सिंह पर 200 करोड़ रूपए का मानहानि केस दर्ज़ करवा दिया था.
अब क्योंकि यह तो सबके सामने है की परमबीर सिंह ने बिना किसी सबूत के आधार पर देश के सबसे बड़े और सबसे ज्यादा TRP बटोरने वाले Channel पर मनगढंत आरोप लगाए थे. ऐसे में R Bharat आसानी से यह मानहानि केस जीत जाता, परन्तु इसी मानहानि केस की मांडवाली करने के लिए परमबीर सिंह ने ऐसा रास्ता निकाला हैं, जिससे वह मुंबई पुलिस के कमिश्नर कम और एक रूठे हुए जिद्दी बच्चे ज्यादा लग रहें हैं.
आपको बता दें की Fake TRP ने R Bharat का नाम आने के बाद Bajaj और Parle G जैसे ब्रांड्स ने R Bharat से दूरी बना ली थी. जिस वजह से R Bharat को इसका काफी नुक्सान हुआ था, हालाँकि बाद में यह साफ़ हो गया था की Fake TRP की FIR इंडिया टुडे ग्रुप का नाम था, न की R Bharat का लेकिन तब तक R Bharat को करोड़ों का नुक्सान हो चूका था.