बिहार के विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हुए हैं. ऐसे में न्यूज़ चैनल जगह-जगह सर्वे करवा रहे हैं. इन सर्वों के आधार पर हमें चुनावों से पहले पता चल जाता हैं की जनता इस बार किस पार्टी पर अपना भरोसा दिखाना चाहती हैं. हालाँकि बहुत बार यह सर्वे मात्र सर्वे ही रह जाते हैं और रिजल्ट उम्मीद से बिलकुल अलग आता हैं.
सीएसडीएस-लोकनीति (CSDS-Lokniti Opinion Poll) द्वारा करवाए गए ताज़ा सर्वे के अनुसार बिहार में मुख्यमंत्री पद पर लोग तेजस्वी यादव को देखना चाहते हैं लेकिन आरजेडी और कांग्रेस के नाम पर वोट नहीं देना चाहते, लोग बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड को वोट देना चाहते हैं. ऐसे में एग्जिट पोल की माने तो इस बार बिहार में नितीश कुमार फिर एक बार मुख्यमंत्री पद पर वापसी कर सकते हैं.
एक्ज़िट पोल के अनुसार NDA को इस बार 133-143 सीट मिलने का अनुमान है और महागठबंधन को 88-98 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा हैं. बीजेपी के साथ सरकार बनाने का दावा करने वाले चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को महज़ 2-6 सीटें मिलने का अनुमान बताया जा रहा हैं. वहीं आज़ाद उम्मीदवार या फिर अन्य छोटे दलों की बात करें तो इन्हें 6-10 सीटें मिल सकती हैं.
इस तरह से अगर इन एक्ज़िट पोल के आस पास भी रिजल्ट आता है और महागठबंधन के साथ LJP और आज़ाद उम्मीदवार या फिर अन्य छोटे दल भी आ जाते है तो भी बिहार में वह सरकार बनाने के लिए प्रयाप्त सीटें हासिल नहीं कर पाएंगे. इसलिए ऐसे में यह कहना मुश्किल नहीं हैं की, फिर एक बार नितीश कुमार मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश करेंगे.
ऐसे में कांग्रेस को बहुत गहरे मंथन की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि 1990 के बाद से आज तक बिहार में कांग्रेस अपना मुख्यमंत्री पेश नहीं कर सकी. हालाँकि नितीश कुमार जब NDA से अलग हुए थे तो कांग्रेस और आरजेडी के सर्मथन से वह मुख्यमंत्री जरूर बने थे. लेकिन यह गठबंधन ज्यादा समय नहीं चल सका और नितीश कुमार वापिस NDA में शामिल हो गए.