राहुल गाँधी वैसे तो स्टेज पर खड़े होकर ‘Women Empowerment’ के भाषण देते हैं. वहीं इनके मंत्री कभी किसी महिला को ‘टंच माल’ तो कभी ‘आइटम’ कह कर बुलाते हैं और हैरानी की बात यह है की राहुल गाँधी इस मुद्दे पर कुछ प्रतिक्रिया भी नहीं देते. तो सवाल यह है की, आप किस मुंह से फिर ‘Women Empowerment’ की बात करते हैं?
खैर मामला मध्यप्रदेश के डबरा विधानसभा के एक क्षेत्र का है, एक जनसभा के दौरान मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह ने बीजेपी की प्रत्याशी या फिर कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए उन्हें ‘आइटम’ कह दिया. उसके बाद महिला आयोग से लेकर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साध ली.
लेकिन सोशल मीडिया और मीडिया में इस बयान को लेकर बहुत ज्यादा विवाद हुआ. इसी को लेकर टीवी पर एक डिबेट चल रही थी, इस डिबेट में बीजेपी की तरफ से संबित पात्रा और कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के साथ साथ कई पैनेलिस्ट मजूद थे.
सुप्रिया बार बार कमलनाथ का बचाव कर रही थी तो संबित पात्रा ने कहा की, अगर मैं सोनिया या फिर प्रियंका को आइटम कहूंगा तो कैसा लगेगा? क्या आइटम सबद संसदीय भाषा हैं? ऐसे में सुप्रिया के पास जवाब देने के लिए कुछ भी नहीं था तो वह खामोश हो गयी.
कमलनाथ में बयान देते हुए जनसभा से कहा था की, “आप तो मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था. ये क्या आइटम हैं” इस बयान के साथ ही मध्यप्रदेश की राजनीति गर्मा गयी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ साथ कई बड़े नेताओं ने 2 घंटे का उपवास रखा.
वहीं इमरती देवी ने भी मीडिया में कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की, “मैं उन्हें अपना भाई मानती थी. उनके पैर छूती थी लेकिन उन्होंने मुझे आइटम कहकर बहन की इज्जत की धज्जियाँ उड़ा दी.” दरअसल इमरती देवी पहले कांग्रेस में हुआ करती थी और फिर कांग्रेस को छोड़कर वह बीजेपी में शामिल हो गयी थी.