सुशांत सिंह राजपूत को लेकर मामला अभी ठंडा नहीं हुआ हैं. एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता जब से अपनी बात से पलटे हैं की सुशांत की मौत हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या की वजह से हुई है तब से ही वह लोगों के निशाने पर हैं. आपको बताना चाहेंगे की सुधीर गुप्ता ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह को पहले हत्या बताया था, जिसके बाद वह अपने बयान से पलट गए थे.
अपने बयान से पलटने की वजह उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी की जांच को बताया हैं. लेकिन ऑटोप्सी की जांच रिपोर्ट पर अब भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट करते हुए कहा की, “डॉ सुधीर गुप्ता की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा किए गए दूसरे पोस्टमार्टम के बारे में गड़बड़ ये है कि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रामास्वामी समिति [2001] ने शर्त रखी थी कि जब तक संबंधित प्राधिकारी को ये ना लगे कि पहला पोस्टमार्टम गलत तरीके से किया गया था या आरोपियों को सजा से बचने में मदद करने के उद्देश्य से किया गया था, दूसरा पोस्टमार्टम नहीं करना चाहिए.”
उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा की, “क्या CBI ने डॉ गुप्ता को नहीं बताया था कि उन्हें सच का पता लगाना है और कूपर अस्पताल के फर्जी पोस्टमार्टम को दोबारा नहीं करना है? मैं संसदीय समिति के सामने जल्द ही इस असफलता को रखूंगा.”
इसके बाद एक और ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी लिखते हैं की, “AIIMS ये नहीं कह सकता कि वे जस्टिस रामास्वामी की रिपोर्ट के बारे में नहीं जानता क्योंकि जनवरी 2013 में छपे जर्नल ऑफ़ फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी के पेपर में AIIMS फॉरेंसिक विभाग के प्रोफेसर ओपी मूर्ति और चार अन्य प्रमुख अधिकारियों द्वारा ये लिखा गया था.”
आपको बता दें की स्वास्थ्य संबंधी संसदीय स्थायी समिति को सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा लिखे गए सुशांत सिंह राजपूत के मौत के विषय में डॉ सुधीर गुप्ता द्वारा कथित तौर पर लीक की गई AIIMS की रिपोर्ट को लेकर गंभीर सवाल खड़े किये थे. बात करें CBI की तो उनका कहना है की वह हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच कर रही हैं, जबकि अभी तक वह किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची.