Ashram Web Series: काफी टाइम से बॉलीवुड हिंदू आस्थाओं को चोट पहुंचाने में लगा हुआ है। इसलिए इसके खिलाफ अब बहुत ज्यादा आवाज उठ रही हैं, लेकिन इन लोगों पर अब कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अब एम एक्स प्लेयर पर प्रकाश झा की तरफ से निर्मित और निर्देशित वेब सीरीज आश्रम का ट्रेलर अब रिलीज कर दिया है। ये पहली वेब सीरीज है, बॉबी देओल की। 17 अगस्त को इस सीरीज का ट्रेलर रिलीज हो गया था। जिसमे बॉबी देओल बाबा के रोल में नजर आ आ रहे है। लोग अब भड़क उठे हैं इस हिन्दूघृणा से सने वेब सीरीज ‘आश्रम’ के ट्रेलर को देख कर। अब लोगों ने सरकार से मांग की है, कि इस सीरीज को जल्दी ही बैन किया जाए।
ट्रेलर में ये दिखाया गया है, कि बाबा जीवन के इर्द-गिर्द घूमता है। जिसने जल्दी लोकप्रियता हासिल कर ली है। वो हर किसी से मोक्ष का वादा करता है और अपने अनुयायियों से उन सभी सांसारिक चीजों से छुटकारा पाने के लिए बोलते है कि जो उन्हें दुनिया के लिए बाध्य कर सकता है जैसे संपत्ति, पैसे जैसे ओर भी ट्रेलर में देखा जा सकता है। उनके लिए अपना सारा सामान दान करने के बाद उनके आश्रम में शामिल हो जाते है।
Bhakti ya Bhrashtachar?
Aastha ya Apraadh?
Kya hai yeh ‘Aashram’ ki kahaani?Dekhiye #Aashram 28 August ko!@prakashjha27 @thedeol @IamRoySanyal @AaditiPohankar @DarshanKumaar @AdhyayanSsuman pic.twitter.com/fSzKsGxxmO
— MX Player (@MXPlayer) August 17, 2020
ट्रेलर में भी ये दिखाया है कि बाबा के आश्रम के अंदर एक छिपा हुआ बंकर है। जहां वो युवतियों को जेल में रखता है और दूसरी तरफ पुलिस को एक इलाके में कई युवतियों के शव मिलते है। इस कहानी में एक धर्मगुरु को ठग के रूप में दिखाया गया है। इस ट्रेलर के सीन में ये दिखाया है कि आश्रम के क्षेत्र की युवतियों के अचानक से रहस्यमय ढंग से गायब होने से कुछ लेना-देना है।
कई सोशल मीडिया यूजर ने इस ट्रेलर को लेकर शिकायत भी की इसलिए उन्होंने बोला, कि इस ट्रेलर में हिंदू आस्था के खिलाफ एक नकारात्मक तस्वीर को चित्रित किया गया है। इस ट्रेलर के रिलीज होने के साथ- साथ इसको ट्विटर पर बैन करने की माँग की जा रही है।
कुछ ट्विटर यूज़र्स ने तो यज्ञ अनुष्ठान करने वाले देवता के चित्रण पर और काफी सारे विवरणों पर भी आपत्ति जताई गई है। लोगों ने तो ये भी बोला, कि ये सीरीज हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और ये सब जानबूझकर किया जा रहा है।
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने तो ये भी बोला, कि जहां सरकार पैगंबर के खिलाफ फिल्मों पर प्रतिबंध लगा रही है, वही दूसरी तरफ वो पीके और आश्रम जैसी फिल्में को पर्दे पर उतार रही हैं। उन्होंने ये भी बोला, कि कोई भी हिंदू भावनाओं की परवाह क्यों नहीं करता है?
एक यूजर ने तो ये भी बोला है, कि जहां ओर धर्मों के संस्थानों के साथ जुड़े अपराधों के कई जाने माने मामले हैं, वहीं दूसरी तरफ फिल्म निर्माता केवल हिंदुओं को निशाना बनाते हैं और ये सब इसलिए होता है, क्योंकि ओर भी धर्मों के तथाकथित धार्मिक लोगों की तरफ से जो अपराध हुए है उन सब को अब दिखाना धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है।
वेब सीरीज ‘आश्रम’ के लिए एमएक्स प्लेयर की तरफ से जो डिस्क्लेमर मूर्खता पूर्ण है। उन्होंने इस पर ये बोला है, कि इसका कोई मतलब नहीं है, कि ओटीटी मंच ऐसी सामग्री को अनुमति देगा जो संस्कृति और धर्म को बदनाम करती है।
ईश्वरी राज्य नाम के एक यूजर ने बोला, कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री केवल हिंदू धर्म और साधुओं को बदनाम करने की कोशिश करती है और अब बॉलीवुड में हिंदूफोबिया बंद नहीं होगा।
हिंदुओं की आस्था पर नकारात्मक चित्रण करने के लिए सड़क -2 के हाल ही में लॉन्च किए गए ट्रेलर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।
इस ट्रेलर के खिलाफ गुस्सा साफ़ दिख रहा है और हिंदू विरोधी बयानों के लिए महेश भट्ट और उनकी बेटियों को आलोचना का भी सामना करना पड़ा था। इसके बाद परिणाम स्वरूप सड़क -2 के ट्रेलर को देखकर यूट्यूब पर 18 मिलियन से भी ज्यादा का डिसलाइक अब तक मिल चूका है। जिसकी वजह अब से सड़क-2 का ट्रेलर दूसरा सबसे अधिक नापसंद किया गया वीडियो बन गया है।