उद्धव ठाकरे की सरकार पर महाराष्ट्र में मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया जा रहा है। राज्य सरकार ने फैसला किया है कि अल्पसंख्यक युवाओं को वहां प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि उनमें से अधिकतम संख्या में पुलिस में भर्ती हों। अल्पसंख्यक विकास और कौशल विकास मंत्री नवाब मलिक ने इसकी घोषणा करते हुए यह जानकारी साझा की।
नवाब मलिक ने ट्वीट किया कि पुलिस बल में भर्ती होने से पहले उम्मीदवारों को बलों में शामिल होने से पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में अल्पसंख्यकों को सेना में शामिल होना चाहिए, इसलिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए उत्सुक उम्मीदवारों के चयन के लिए 14 जिलों में एक अभियान शुरू किया गया है। प्रत्यक्ष प्रशिक्षण कुछ दिनों बाद शुरू किया जाएगा। अन्य जिलों में भी प्रशिक्षण जल्द शुरू होगा।
اقلیتی نوجوانوں کو پولیس بھرتی سے قبل تربیت دی جائے گی
Minority youths to be trained before police recruitment. pic.twitter.com/srqJcVVC4H
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) August 16, 2020
इस वर्ष के अंत तक 12,500 पुलिस कर्मियों की भर्ती करना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि इस भर्ती में प्रत्येक धर्म से अधिक से अधिक उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी। उम्मीदवारों को सामान्य ज्ञान और शारीरिक परीक्षा में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इच्छुक उम्मीदवारों से वर्धा, गढ़चिरौली, अमरावती, नांदेड़, जालना, पुणे, यवतमाल, परभणी, सोलापुर, औरंगाबाद, बुलदाना, नासिक, बीड और अकोला जिलों में आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। इसलिए यदि आप या आपका बच्चा रुचि रखते हैं तो जल्द ही अवसर की तलाश करेंगे।