नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध का मुख्य केंद्र शाहीन बैग सामाजिक कार्यकर्ता शहजाद अली 16 अगस्त को बीजेपी में शामिल हो गए है। बीजेपी के प्रदर्शन अध्यक्ष आदेश गुप्ता और श्याम जाजू ने उन्हें अपनी पार्टी की सदस्यता भी दिलाई है। अब इस मोके पर शहजाद अली ने बोला, ‘कि मैं भाजपा में शामिल हुआ हूँ, ताकि हमारे समुदाय के उन लोगो को गलत साबित कर सकू जो ये सोचते है कि भाजपा हमारी दुश्मन है। हम सीएए के मुद्दे पर साथ मिलकर बैठकर बात करेंगे।’
Delhi: Shaheen Bagh social activist Shahzad Ali joins BJP in presence of State BJP President Adesh Gupta & leader Shyam Jaju. Shahzad Ali says, "I have joined BJP to prove wrong those in our community who think BJP is our enemy. We'll sit together with them over CAA concerns." pic.twitter.com/bJyhGp7MMb
— ANI (@ANI) August 16, 2020
आदेश गुप्ता ने ये बोला, ‘कि आज सेकड़ो मुस्लिम भाई इस बात को महसूस करने के बाद इस पार्टी में शामिल हुए है कि मुसलमानो के साथ कोई भी भेदभाव नहीं है और हम उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाना चाहते है। मैं उन सभी महिलाओ को बधाई देना चाहता हूँ, जिन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से ट्रिपल तलाक के मामले में जो कदम उठाये गए थे उनको देखने के बाद पार्टी में शामिल हुई।’
वही श्याम जाजू ने भी ये बोला, ‘कि जब सीएए के बारे में बात की गई थी तो कुछ राजनितिक दलों ने मुस्लिम समुदाय को भी गुमराह करने की कोशिश की थी। लेकिन अब देश के हर मुसलमान को पता चल गया है कि कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है किसी को भी वोट और राष्ट्रीयता के अधिकार से वंचित नहीं किया जायगा। ये सब महसूस करने के बाद उन्हें इस पार्टी के माध्यम से ही न्याय मिलेगा। शाहीन बैग में विरोध प्रदर्शन में उपस्थित भरी संख्या में मुसलमान आज पार्टी में शामिल हुए है।’
शहजाद अली कुछ दिनों पहले तक भाजपा के मुखर विरोधी थे और शाहीन बैग में सरकार के खिलाफ बुलंद आवाज करने वालो में से एक थे। शाहीन बैग में धरना खत्म होने के बाद से ही उनका रुख बदला-बदला सा नजर आ रहा था। उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार का ही पक्ष लेना शुरू कर दिया था।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पुरे देश भर में विरोध हो रहा था। इस दौरान शाहीन बैग इस विरोध का केंद्र बनकर सामने उभरा था। इस दौरान पुरे देश से इसका विरोध करने वाले यहां जुटते रहे है। शहजाद अली भी काफी एक्टिव थे और सीएए के विरोध में अपनी बात रखने थे। इससे पहले भी वो बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ बोलते रहे है।