कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भोपाल क्राइम ब्रांच ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यह मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फेक वीडियो के मामले को लेकर दर्ज किया गया है। आरोप है कि दिग्विजय सिंह ने फर्जी वीडियो शेयर किया।
भाजपा ने इस मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच में की थी। बीजेपी का दावा है कि दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से शिवराज का फर्जी वीडियो वायरल किया था।
कांग्रेस नेता के खिलाफ धारा 465, 501 और 500 के तहत मामला दर्ज किया गया है। ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मालूम हो कि दिग्विजय सिंह राज्यसभा चुनाव के लिए भी उम्मीदवार हैं।
पुलिस ने एक प्राथमिकी में 11 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है, जबकि दिग्विजय सिंह एक अन्य प्राथमिकी में आरोपी हैं। क्राइम ब्रांच ने उन लोगों को भी शामिल किया है जिन्होंने ट्वीट किया, अन्य 11 आरोपियों के बीच फिर से ट्वीट किया और साझा किया।
भोपाल रेंज के एडीजी उपेंद्र जैन के मुताबिक, दिग्विजय पर मानहानि, संहिताकरण और अन्य धाराओं में आरोप लगाए गए हैं। पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, विश्वास सारंग, रामेश्वर शर्मा और जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी सहित अन्य नेताओं ने उनके खिलाफ शिकायत की थी।
शिकायत में कहा गया है कि 21 जनवरी 2020 को शिवराज सिंह ने खुद ट्विटर पर 2.19 मिनट का यह वीडियो जारी किया था, लेकिन दिग्विजय ने रद्दी होने के बाद 9 सेकंड का वीडियो जारी किया।
इस वीडियो में एक ही चीज़ इतनी शराब पीना है। जबकि शिवराज सिंह तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की हर गांव में शराब की दुकान खोलने की नीति का विरोध कर रहे थे।
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार को पहले वीडियो की जांच करनी चाहिए कि यह कहां से आया है। जब हमने ट्विटर से वीडियो हटा दिया, तो क्या कार्रवाई की?