ईसाई मशीनरीया पंजाब में बड़े पैमाने पर एक्टिव हैं और इनके निशाने पर सबसे ज्यादा गरीब और दलित सिख है! जिसके चलते बहुत बड़े पैमाने पर सिखों को मिशनरियों ने ईसाई बना दिया है! सिख धर्म के मानने वाले लोग पंजाब में लगातार कम होते जा रहे है और इसकी सबसे बड़ी वजह ईसाई मिशनरियां ही है!
अब पंजाब में आरएसएस सिखों की वापस घर वापसी करवा रहा है, आरएसएस ने पंजाब में ईसाई बन चुके 8500 सिखों की वापस सिख धर्म में वापसी करवाई है, पिछले 3 सालों में आरएसएस ने इन सिखों की वापस सिख धर्म में वापसी करवाई, इनमे से 3500 सिखों की पिछले 1 साल में घर वापसी कराइ है! आरएसएस को कई स्थानीय गुरुद्वारों का भी सहयोग मिला, एक सिख महिला जो की ईसाई बन चुकी थी वो भी आरएसएस की प्रेरणा पर वापस सिख बनी, इस महिला का नाम किंदर कौर है
किंदर कौर ने बताया की उसने पति बीमार हो गए थे और उनको कहा गया था की अगर वो ईसाइयत अपना ले तो उनके पति ठीक हो जायेंगे, झांसे में आकर उन्होंने ईसाइयत अपना लिया और अपने बच्चों का नाम थॉमस और रेबेका रख दिया! किंदर ने बताया की उन्हें धोखा दिया गया उनके पति की मृत्यु हो गयी, जबकि चर्च ने चमत्कार का भरोसा दिया था, किंदर ने बताया की आरएसएस की प्रेरणा से वो वापस सिख धर्म में आ गए है और अपने बच्चों के नाम सुमीत और कुलजीत रख दिया है!
सिखों की घर वापसी में SGPC ने भी आरएसएस की मदद की, SGPC की किरणजोत कौर ने स्वीकार किया की सिखों को ईसाई मिशनरियों से खतरा है और आरएसएस ने सिखों को बचाने का काम किया है!