देश में सेकुलरिज्म का यह हाल है कि इन दिनों खुद को संत महात्मा कह कर चलने वाले बहुत से लोग राम कथा भागवत कथा के मंच से अली मौला अल्लाह सुभान अल्लाह गा रहे हैं! हमारा समाज भी इनको कुछ हद तक ही सहन करता है! जिसके चलते सोशल मीडिया पर अब लगातार इनकी आलोचना की जा रही है इन कथित संतों के वीडियो वायरल किए जा रहे हैं!
इन्हीं में से एक है चिन्मयानंद स्वामी जोकि कथा वाचक है जो भागवत कथा के मंच से अल्लाह मोला गा रहे थे जिनकी लोगों ने आलोचना की है! जैसे ही सोशल मीडिया पर आलोचना होने लगी तो उन्होंने सामने आकर खुद माफी मांगी और अपनी गलती भी स्वीकार की!
सुदर्शन के #धर्म_शुद्धि अभियान का परिणाम देखें..
कभी कथा मंच से अल्लाह-मौला गाने वाले चिन्मयानंद बापू ने वीडियो जारी कर दुबारा यह गलती न करने का वचन दिया..
अन्य इस्लामाचार्य कथावाचक भी यह वचन जब तक नहीं देते तब तक हम उनके वीडियो चलाते रहेंगे Live 8pm,Rep 11pm& 9am. #कथा_जिहाद pic.twitter.com/pfu0ikj5jh
— Dr. Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) May 23, 2020
इससे पहले भारतीय अखिल अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि सनातन धर्म में व्यासपीठ को पूजनीय माना गया है! न्होंने यह भी कहा है कि कथा के मंचों से अल्लाह और मोला का नाम नहीं ले जाने की परंपरा हमेशा रही है इसलिए जो कथावाचक ऐसा करते हैं वह सरासर गलत कर रहे हैं! ऐसे करने से सनातन धर्म को हानि हो रही है इसलिए अखाड़ा परिषद ऐसे कृतियों का समर्थन नहीं करता है!