नागरिकता संशोधन कानून का विरोध देश में अलग-अलग जगह देखने को मिल रहा है! दिल्ली से लेकर लखनऊ आदि इलाकों में इसके खिलाफ विरोध देखा गया है! लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि जो लोग विरोध कर रहे हैं उनको यह तक मालूम नहीं कि वह किस बात का विरोध कर रहे हैं! कुछ पत्रकारों ने विरोध कर रहे लोगों से पूछा कि आप किस बात का विरोध कर रहे हैं तो वहां उपस्थित लोगों का कहना है कि हम तो सिर्फ इस विरोध में शामिल होने आए हैं! जब उनसे पूछा गया CAB की फुल फॉर्म तो उनमें से कुछ लोगों को तो इसका मतलब ही नहीं पता! तो आप देख सकते हैं किस प्रकार से अफवाहों का शिकार लोग विरोध कर रहे हैं!
Indiavirals की टीम की तरफ से हम आप लोगों से आग्रह करते हैं कि ऐसी अफवाहों में ना पड़े, अगर कोई खबर आप तक आ रही है तो पहले उसे अच्छे से जांच लें! क्योंकि वह खबर झूठी भी हो सकती है! एक गलत अफवाह देश का माहौल बिगाड़ सकती है! तो कृपया ऐसी अफवाहों से बचें!
परंतु हाल ही में इसी बीच जब नागिता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है तो एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है! यह साजिश देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ है! देश की न्यूज़ एजेंसी जी न्यूज़ के तहत, 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलीला मैदान में रैली में शामिल होंगे! खुफिया एजेंसी से खबर आ रही है कि पाकिस्तान के कुछ आतंकी संगठनों ने हमले की साजिश रची है!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य बड़े नेताओं के खिलाफ पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने आतंकी हमले की साजिश रची है! खुफिया सूत्रों ने जो मैसेज को इंस्पेक्ट किया है, मालूम होता है कि जैश-ए-मोहम्मद इस तरह की साजिश को रच रहा है! आपकी जानकारी के लिए बता दें जैश-ए-मोहम्मद वही सरगना है जिसने पुलवामा की जिम्मेदारी ली थी! एक तरफ नागरिकता कानून का विरोध चल रहा है इसी का फायदा आतंकी संगठन उठा सकता है!