भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करने के नाम पर उपद्र’वियों को ललकारा। दिल्ली के जामिया नगर और सीलमपुर इलाके में हुई हिंसा को लेकर दत्त ने बड़ा बयान दिया है। योगेश्वर दत्त ने कहा कि मेरे देश को मेरा देश कहने से यह देश आपका नहीं हो जाता। साथ ही, हिंसा में शामिल उपद्रवियों को पीटते हुए, उन्होंने कहा कि भारत में अभी भी बाबर बच्चे शेष हैं, जो तोड़फोड़, हिंसा और आगजनी द्वारा अपने अस्तित्व का प्रमाण दे रहे हैं। दत्त ने कहा, बाबर के बच्चे इस बात का प्रमाण दे रहे हैं कि यह देश कभी उसका नहीं था, और कभी नहीं होगा।
दंगाइयों को लोकतांत्रिक विरोध का अर्थ बताते हुए, योगेश्वर दत्त ने कहा कि प्रदर्शनों का मतलब सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, देश को नुकसान पहुंचाना नहीं है। ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन करते हुए कहा कि जो इस देश के नागरिक हैं, जो इस देश को अपना मानते हैं – उनके लिए क्या डर है? पहलवान, जिन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया है, ने भी ‘दिल्ली पुलिस ज़िंदाबाद’ के नारे लगाए और संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन करने की बात कही।
मेरा देश मेरा देश कहने से देश आपका नहीं होता
भारत में जो अभी भी बाबर की औलाद जो बची है वो देश में तोड़फोड़ कर सबूत दे रही है कि ये देश कभी उनका नहीं है.प्रदर्शन करना देश को नुक़सान पहुँचना नहीं होता.जो देश के नागरिक है उन्हें भला किसका डर #IsupportCAB2019 #DelhiPoliceJindabad— Yogeshwar Dutt (मोदी का परिवार) (@DuttYogi) December 17, 2019
राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने जामिया मिलिया विश्वविद्यालय और उसके छात्रों पर भी हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस विश्वविद्यालय में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाता है, वही विश्वविद्यालय अब धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई लड़ने का दावा कर रहा है। दत्त ने इसे दोहरा रवैया बताया। उन्होंने हिंसक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस की सराहना की। योगेश्वर दत्त ने प्रोपेगैंडा पत्रकार बरखा दत्त पर निशाना साधते हुए कहा, ” इन उपद्रवियों ने सरकारी संपत्ति को नष्ट कर दिया, क्या आपने इसे नहीं देखा? ये लोग छात्र नहीं हैं, ये सभी देश के दुश्मन हैं। और हां, आप जैसे नकारात्मक लोग उनका समर्थन कर रहे हैं। जिन लोगों को पाकिस्तान और बांग्लादेश में यातना दी जा रही थी, वे नरक से बदतर जीवन जी रहे हैं, उन्हें नागरिकता दी जा रही है। क्या आपके पास इसका कोई जवाब है कि आप इसका विरोध क्यों कर रहे हैं? ”
सरकारी संपती नष्ट कर दी इन्होंने वो नही दिखायी दी. स्टूडेंट नहीं देश के दुश्मन हैं ये ओर तुम जैसे नकारात्मक लोग. पाकिस्तान बांग्लादेश में जो अलपसंख्य नरक से भी बदतर ज़िन्दगी जी रहे थे उनको हिंदुस्तान की नागरिकता देने का विरोध क्यूँ कर रहे हो इसका कोई जवाब है तुम्हारे पास । https://t.co/S5Qfglq7xz
— Yogeshwar Dutt (मोदी का परिवार) (@DuttYogi) December 15, 2019