Citizenship Amendment Bill 2019: सोमवार को लोकसभा (Loksabha) में देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah, Home Minister) द्वारा नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill 2019) पेश किया गया! जब यह बिल संसद में पेश किया गया तो इसके खिलाफ पूरा विपक्ष आ गया! सदन में इस बिल के लिए जो इस के पक्ष में मत पड़े 293, जबकि विपक्ष में कुल 82 मत पड़े! विपक्षी दलों ने इस बिल को असंवैधानिक बताया और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करार देते हुए आपत्ति जताई! बिल पर अमित शाह ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया! बिल का विरोध कर रही विपक्षी दल में AIMIM के सांसद असादुद्दीन ओवैसी तो अपना आपा ही खो बैठे!
असादुद्दीन ओवैसी दिखे बिल पर नाराज
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill 2019) पेश करते हुए कहा कि यह किसी भी धर्म का विरोध नहीं करता है! अमित शाह का कहना है कि यह बिल संविधान की मूल भावनाओं से छेड़छाड़ नहीं करता है! लेकिन वही असादुद्दीन ओवैसी (AIMIM) तो इस बिल को लेकर काफी नाराज दिखे! उन्होंने तो सबके सामने बिल की कॉपी ही फाड़ दी! जब ओवैसी ने यह हरकत की उस समय चेयर पर रमा देवी मौजूद थी! रमा देवी ने इस बात पर काफी आपत्ति जताई! ओवैसी का कहना है कि एक और परिवर्तन होने जा रहा है यह संविधान के विरुद्ध है और स्वतंत्रता सेनानियों का अनादर है! इतना ही नहीं बल्कि ओवैसी बोले कि यह बिल देश के बंटवारे का रास्ता तैयार करेगा!
रविशंकर प्रसाद ने दिया जवाब
असादुद्दीन ओवैसी के द्वारा चेयर पर बैठी रमा देवी के साथ नागरिक संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill 2019) फाड़ दिया गया! तो जिसके उपरांत भाजपा के रविशंकर प्रसाद भड़क उठे! रविशंकर प्रसाद ने असादुद्दीन ओवैसी के इस रवैए का विरोध किया है और रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह सदन का अपमान है! असदुद्दीन ओवैसी के द्वारा दिए गए बंटवारे वाले बयान के ऊपर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसी की भी हिम्मत नहीं है जो इस देश का बंटवारा कर सके! रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत मजबूत देश है और यहां सभी धर्म के लोग निवास करते हैं जो देश को आगे बढ़ाने का प्रयास करते हैं!