जैसा की हम सभी जानते है देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की मार के साथ-साथ महंगाई भी बढ़ती ही जा रही हैं। पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ खाद्य तेल के दाम लगातार बढ़ते ही दिखाई दे रहे है। इस बीच अगर आप सरसों तेल के खरीदार हैं तो आपके लिए बहुत बड़ी खुश खबरी हैं। सरसों तेल के दाम में भारी गिरावट नज़र आ रही हैं। ये भी पढ़े- कियारा आडवाणी हो गई Oops मोमेंट का शिकार, वीडियो सामने आते ही फैंस के मुंह से निकला- ओह्ह
दो से तीन महीने पहले जो सरसों और सोयाबीन के तेल सातवें आसमान पर दिखाई दे रहे थे। उनमें 17 से 22 रुपये तक की कमी नज़र आई है। इसकी वजह आयातित खाद्य तेलों के कर शून्य किए जाने के साथ-साथ सरकार द्वारा वायदा कारोबार पर रोक लगाने का आदेश भी जारी कर दिया गया है।
कारोबारियों के मुताबिक यह बात सामने आ रही हैं कि आगे और भी तेल की कीमत में कमी देखने को मिलेगी। इससे लोगों की जेब पर दबाव कम भी होता नज़र आयेगा। बीते एक महीने में अगर तेल के दामों पर गौर करेंगे तो अक्टूबर-नवंबर में जो सरसों का तेल 185 रुपये प्रति लीटर देखा गया था।
आपको बता दिया जाए कि इस समय वह घटकर 163 से 168 रुपये प्रति लीटर हो चुकी हैं। इसी प्रकार सोयाबीन का तेल का भी दाम 140 रुपये प्रति लीटर था वह इस समय घटकर 130 से 132 रुपये प्रति लीटर हो चुका है।
बाजार के जानकारों के अनुसार यह खबर सुनने को मिल रही हैं कि खरीफ की मुख्य फसल सोयाबीन का उत्पादन कम होने से सितंबर से ही भाव में तेजी बढ़ने लगे थे। इससे सोयाबीन तेल के भाव सितंबर में 90 रुपये से बढ़कर जनवरी तक 140 रुपये प्रति लीटर तक दिखाई दिए थे।
जैसा की हम सभी जानते है तेल के भाव में चार महीने में 45 रुपये प्रति लीटर की रिकार्ड तेजी से आम आदमी के घर का बजट बिगड़ता हुआ दिखाई दिया। लेकिन अब इसमें गिरावट देखने को मिल रही हैं। इससे लोगों को आठ से दस रुपये तक बचत भी दिखाई देगी।
आपको बता दिया जाए कि सरसों की पैदावार पिछले वर्ष की तुलना इस साल अच्छी दिखाई दी है। निश्चित रूप से आने वाले दिनों तेलों के दाम और भी घट सकती हैं। राशन में खाद्य तेल के वितरण से भी सरसों तेल की मांग घटती हुई दिखाई दे रही हैं। यह भी दाम में गिरावट की एक वजह मानी जा रही हैं। पिछले एक महीने में तेल के भाव में अधिक कमी दिखाई दी है।