महाराष्ट्र में सियासी संग्राम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच समझौता नहीं हो पा रहा है। दोनों ही दल चाह रहे हैं कि उनकी शर्तों पर समझौता हो सके लेकिन बात नहीं बन पा रही है। इसी वजह से भाजपा ने अब अपने बड़े नेता नितिन गडकरी को समझौते के लिए कह दिया है। नितिन गडकरी गुरुवार को इसी सिलसिले में संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ दी और बड़ा बयान दे दिया।
शिवसेना चाहती है अपना सीएम
शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार तो बनाना चाहती है लेकिन वो सरकार में मुख्यमंत्री अपना चाहती है। शिवसेना का कहना है कि ढाई साल के लिए सीएम का पद उनको दिया जाए जबकि भाजपा इस बात के लिए राजी नहीं है। भाजपा चाहती है कि शिवसेना डिप्टी सीएम का पद ले और पूरे पांच साल के लिए सीएम बीजेपी का हो। इसी वजह से दोनों दलों के बीच मतभेद जारी है।
जानें क्या बोले भाजपा नेता नितिन गडकरी
भारतीय जनता पार्टी के नेता नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र में सियासी घमासान पर मौन तोड़ दिया। वो बोले कि राज्य में सरकार को लेकर निर्णय जल्द ही होने वाला है। हालांकि उन्होंने साफ कर दिया कि बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को चुना है। ऐसे में महाराष्ट्र के सीएम वही बनेंगे। इसके साथ ही गडकरी बोले कि उनकी शिवसेना से बात भी हो रही है और इस मसले का हल जल्द ही हो जाएगा। उनसे महाराष्ट्र सरकार में आने का सवाल पूछा गया तो वो बोले कि वो दिल्ली में हैं और महाराष्ट्र आने की जरूरत नहीं है।