हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद आखिरकार भारतीय जनता पार्टी फिर से अपनी सरकार बनाने में कामयाब हो ही गई। जजपा के समर्थन से बनी सरकार में सीएम मनोहर लाल खट्टर बनाए तो डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला बनाए गए। मंगलवार को सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई। इस बैठक में खट्टर और चौटाला ने मिलकर तीन धमाकेदार फैसले ले लिए। इनमें दूसरा फैसला सबसे दमदार है।
हरियाणा सरकार की पहली बैठक मंगलवार को हुई। इस बैठक में जो पहला फैसला लिया गया वो छात्रों के लिए है। दुष्यंत चौटाला ने बैठक में कहा कि राज्य के युवाओं को भविष्य में होने वाली हरियणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट की एग्जाम के लिए 50 किमी से अधिक नहीं जाना होगा। इस सुझाव को सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी स्वीकार कर हरी झंडी दे दी।
हरियाणा सरकार ने दूसरा फैसला सबसे दमदार लिया है। इससे प्रदेश समेत आसपास के राज्यों को भी प्रदूषण से मुक्ति मिल सकेगी। सरकार ने फैसला लिया है कि अब खेतों में पराली को जलाने के लिए किसानों को डी-कम्पोस्ट पर सब्सिडी दी जाएगी। इससे किसान पराली को नहीं जलाएंगे और इससे जो प्रदूषण फैलता है उस पर लगाम लगेगी।
मनोहर लाल खट्टर सरकार ने तीसरा फैसला भी किसानों के हक में लिया है। सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए ऐलान कर दिया है कि सरकार अब किसानों के धान का एक-एक दाना खरीदेगी। यानि अब किसानों को उनकी पूरी फसल को बेचने के लिए बिचौलियों के पास नहीं जाना होगा। बल्कि सरकारी रेट पर उनका पूरा धान बिक जाएगा।