आधार कार्ड एक जरूरी दस्तावेज के तौर पे देखी जाती है, वहीं यह चीज पहचान का प्रमाण पत्र के साथ साथ कई सरकारी और गैर-सरकारी बेनेफिट्स के लिए अनिवार्य हैं। इसके अलावा, यह एक यूनिक डॉक्यूमेंट है, जिसमें हमारी जरूरी जानकारी मौजूद होती हैं। वही हाल ही में इसकी आवश्यकता को देखते हुए इसमें इस कार्ड को लेकर कुछ नए नियम सामने आए है, जिसमे UIDAI ने आधिकारिक वेबसाइट से ही आधार कार्ड को बनाने की अपील की है, तो चलिए जानते इसके पीछे की वजह। ये भी पढ़े- जब बॉलीवुड के इस एक्टर ने हनीमून पर ही अपनी पत्नी के ब्रेस्ट मिल्क पी लिया, दुनिया को पता चलते ही मचा हंगामा
आपको बता दें, UIDAI ने ग्राहकों को अलर्ट किया है की, ग्राहक खुले बाजार से पीवीसी आधार की कॉपी का इस्तेमाल नहीं करें। यह अपील इसलिए किया गया है, ताकि ग्राहकों की सुरक्षा और सिक्योरिटी बनी रहे। आपकी जानकारी के लिए बता दें, UIDAI आधार कार्ड पर निगरानी रखने वाली एक संस्था है, और यही संस्था ग्राहकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी रखता हैं।
वहीं UIDAI ने कुछ इस तरह कह कर अपनी अपील रखी थी, ‘अगर कोई ग्राहक पीवीसी कार्ड या प्लास्टिक कार्ड या स्मार्ट आधार कार्ड (Smart Aadhaar Card) खुले बाजार से बनवाता है तो वो मान्य नहीं होगा. UIDAI ने यह भी बताया कि ग्राहक किसी भी आधार कार्ड के जरिए अपना काम चला सकते हैं’।
UIDAI अपने ट्वीट में आगे लिखते है, ‘uidai.gov.in से डाउनलोड किया गया आधार या आधार लेटर या एम-आधार प्रोफाइल या आधार पीवीसी कार्ड, जो UIDAI की ओर से जारी किया गया हो, उसे ही आधार कार्ड से जुड़े काम में इस्तेमाल किया जा सकता है’।
खबरों के अनुसार, खुले बाजार से बनाए गए आधार पीवीसी कार्ड में सुरक्षा फीचर की कमी होती हैं। वहीं इस पर UIDAI ने बताया है की, ‘प्लास्टिक कार्ड बनवाने के लिए कोई भी ग्राहक 50 रुपये देकर पोर्टल पर ऑर्डर कर सकता है, ऐसे में सुरक्षा में चूक हो सकते हैं’।
आपकों बता दें, जब हम UIDAI की वेबसाइट से आधार के लिए अप्लाई करते है तो आधार कार्ड तो तैयार हो जाति हैं। पर कुछ लोग इसके पीडीएफ को कॉपी कर फोन या कंप्यूटर में सेव कर के महज कुछ रुपये में इसकी पीवीसी कार्ड बनवा लेते है, जिसमे कोई सिक्योरिटी फीचर नहीं होता हैं। इसी कारण आपके आधार नंबर की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ हो सकता हैं।