जानकारी के मुताबिक बता दिया जाए कि बजरंग दल के सदस्यों द्वारा एक मुस्लिम पुरुष और एक विवाहित हिंदू महिला, जो एक साथ यात्रा करते नज़र आ रहे थे उन्हें अजमेर जाने वाली ट्रेन से जबरदस्ती उतार दिया गया और उज्जैन के रेलवे पुलिस स्टेशन के थाने में सौप दिया गया। बता दिया जाए बजरंग दल के सदस्यों ने, जिन्होंने उस व्यक्ति पर “लव जिहाद” का आ रोप लगाया था और उसके साथ बहुत मा र पीट भी की गयी थी।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने इंदौर के दो यात्रियों, पारिवारिक मित्रों से पूछताछ करके अपनी जाँच पर्ताल पूरी की और उनके माता-पिता के पहुँचने तक उन्हें थाने में बैठाया गया। बयान दर्ज होने के बाद उन्हें वापिस से रिहा भी कर दिया गया था।
जानकारी दे दे कि यह घटना 14 जनवरी को हुई थी। वह व्यक्ती एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक दुकान के मालिक आसिफ शेख है और साथ ही महिला एक निजी स्कूल की शिक्षिका है।
आपको जानकारी दे दे कि थाने के अंदर रिकॉर्ड किए गए एक अन्य वीडियो में महिला बजरंग दल के लोगों पर चिल्लाती हुई भी दिखाई देती हैं और बताया कि एक गलतफहमी उनकी जिंदगी तबाह कर सकती है। महिला एक स्कूल में शिक्षिका हूँ और वे बच्चो को पढाया करती हैं।
आपको जानकारी दे दिया जाए कि बजरंग दल के लोगों में से एक, पिंटू कौशल के नाम से पहचाना गया हैं, उसे यह कहते हुए देखा जाता है कि वह उससे बात नहीं करता दिखाई दे रहा है।
जीआरपी की पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने कहा कि शेख और महिला पारिवारिक मित्र थे और एक-दूसरे के साथ काफी अच्छे संबंध है।
गुप्ता ने बयान देते हुए कहा कि , “लव जिहाद का आ रोप लगाने के बाद बजरंग दल के लोगो ने उन्हें पुलिस थाना पहुँचाया, दोनों का बयान दर्ज किया गया और चूंकि वे दोनों वयस्क थे और कोई अप राध नहीं था, इसलिए उन्हें वापिस छोड़ दिया गया।”
उन्होंने आगे बयान देते हुए कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है। “हमें इस बात की जानकारी नहीं थी कि थाने लाते समय उस व्यक्ति के साथ किसी भी मा-र पीट की गयी थी और न ही दोनों ने हमें इस बात की जानकारी दी। चूंकि बजरंग दल के लोगों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं थी, इसलिए उनके खिलाफ किसी भी तरह का अप राध दर्ज नहीं किया गया है।”
आपको बता दिया जाए कि कुंदन चंद्रावत, विहिप के मालवा प्रांत के प्रचार प्रमुख, जिसमें बजरंग दल छात्रसंघ है, ने कहा कि “विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से जानकारी थी कि एक हिंदू महिला को एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा गुमराह किया जा रहा था और अपने साथ ले जाया गया था”।