पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक की अदाकारा मुनमुन दत्ता उर्फ बबीता जी पर हांसी में दर्ज एफआईर मामले में अग्रिम जमानत की याचिका वापिस लेने की छूट देते हुए खारिज कर दी। हाई कोर्ट ने कहा कि दत्ता सीधे तौर पर हाईकोर्ट में न आकर पहले सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत की मांग करे।
आपको जानकारी दे दिया जाए कि टीवी की मशहूर अभिनेत्री मुनमुन दत्ता पर जाति विशेष का नाम लेते हुए यूट्यूब पर एक वीडियो साझा किया था। जिसमे उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था जिसके वजह से उनपर केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद देशभर में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों में भारी गुस्सा करते देखा गया था।
आपको बता दिया जाए कि हरियाणा में हांसी में उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआरआर दर्ज की गई थी जिसके वजह से सुर्खियां बटोरती नज़र आ रही हैं।
आपको जानकारी दे मुनमुन दत्ता की तरफ से कहा गया कि उनकी मुवक्किल बंगाल से है और टीवी जगत की मशहूर अभिनेत्री ने जिस शब्द का कथित तौर पर इस्तेमाल किया था, वह बांग्ला भाषा में बोल चाल भाषा में इस्तमाल किया जाता है। आपको बता दिया जाए कि अभिनेत्री ने बताया है कि इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि वह शब्द ‘जातिवादी’ है।
याचिका में कोर्ट को बताया गया है कि अभिनेत्री मुनमुन दत्ता से अनजाने में यह गलती हो गई थी और गलती का एहसास होने के चंद घंटों के बाद ही उन्होंने सोशल मीडिया से वह पोस्ट वापस ले लिया और माफी भी मांगती नज़र आई थी।
आपको बता दिया जाए कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो भारत में सबसे अच्छे शो में से एक है और आज भी भारत में बहुत पसंद किया जाता है। आपको बता दिया जाए की मुनमुन दत्ता को इस शो के वजह से देश भर में अलग पहचान मिली है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा में दया बेन का किरदार निभाकर दर्शको का दिल जीतने वाली दिशा वकानी, नट्टू काका का किरदार निभाने वाले घनश्याम नायक और बबीता जी का किरदार निभाने वाली मुनमुन दत्ता ने शो को अलविदा कहकर शो से दूरी बना ली है।