35A Mystery: जहां देश में एक तरफ 15 अगस्त की तैयारी की जा रही है! वहीं दूसरी ओर 15 अगस्त से पहले भारतीय सैनिकों द्वारा कोई और अधिकारी की जा रही है! ऐसा देखा जा रहा है जैसे कि 35A की उल्टी गिनती शुरू हो गई है! बता दें कि 15 अगस्त से पहले जम्मू कश्मीर में 10000 अतिरिक्त सैनिक तैनात के आदेश दे दिए गए हैं! इन कंपनियों का आगमन अगले चंद दिनों में शुरू हो जाएगा! केंद्र के इस फैसले ने कश्मीर घाटी में राजनीतिक दलों व अलगाववादियों में हलचल तेज कर दी है!
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के घाटी से लौटने के दो दिन बाद 100 अतिरिक्त कंपनियों को जम्मू-कश्मीर भेजने का आदेश जारी किया है! कुछ लोग कश्मीर में 100 अतिरिक्त कंपनियां भेजने को अनुच्छेद 35ए को भंग करने से पहले केंद्र की तैयारी के रूप में देख रहे हैं!
बता दें कि घोषणापत्र में भी बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 35 ए और 370 को खत्म करने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी! भाजपा का मानना है कि यह अनुच्छेद और धाराएं कश्मीर के विकास की रुकावट बनी हुई है! उठाए हुए कदम से लग रहा है कि मोदी सरकार अपनी घोषणा पत्र को ध्यान में रखते हुए आगे कदम बढ़ा रही है!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के अनुसार बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार इस योजना से हर छोटी-मोटी चीज पर निगरानी रखी जाएगी! इस योजना के तहत जो अलगाववादी अंडरग्राउंड है और जो खुलकर सामने आने वाले हैं सब की क्या प्रतिक्रिया है हर किसी चीज पर नजर रखी जाएगी!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुच्छेद 35A हटाने के लिए इस ऑपरेशन को नाम भी दे दिया गया है! सूत्रों से पता चला है कि जो लोग माहौल खराब करते हैं उनकी भी लिस्ट या हो गई है! ऐसी राष्ट्र विरोधी लोगों को कभी भी हिरासत में लिया जा सकता है! दिलचस्प बात है कि असामाजिक तत्वों की लिस्ट में सिर्फ अलगाववादी ही नहीं बल्कि स्थानीय राजनेता भी हैं! उन्हें भी रडार पर रखा गया है, जिससे वह मौके का राजनीतिक फायदा न उठा पाएं!
वहीं दूसरी और आपको बता दे कि इस फैसले पर राजनीति बुद्धिजीवियों की क्या प्रतिक्रिया है! राज्य की नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, जम्मू-कश्मी पीपुल्स मूवमेंट और अन्य क्षेत्रीय दलों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां), पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), जम्मू एवं कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जे एंड केपीएम) और राज्य के सभी क्षेत्रीय दलों ने अनुच्छेद 370 और 35ए से छेड़छाड़ का विरोध किया! वहीं दूसरी ओर जे एंड केपीएम अध्यक्ष शाह फैसल ने भी सरकार के इस फैसले पर चिंता जाहिर की है!
कहना है कि आखिर क्यों इतनी बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया जा रहा है आखिर क्या बड़ा करने वाले हो! एक्शन में दिख रही सरकार थे तो यह अनुमान लगाया जा सकता है कि वाक्य में ही घाटी में कुछ बड़ा होने वाला! क्या यह वाक्य ही अनुच्छेद 35A को लेकर है या फिर कुछ और? यह तो जब मालूम होगा जब एक्शन लिया जाएगा!