हम सभी जानते हैं कि पूरे विश्व में कोरोनावायरस एक बार फिर से अपने पांव पसार रहा है. कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप से भारत भी अछूता नहीं है. धीरे-धीरे कोरोनावायरस के केस भारत में बढ़ते जा रहे हैं. हम आपको बता दें कि ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्दी करोना कि तीसरी लहर देखने को मिल सकती है. इन्हीं सब के प्रभाव से महंगाई बढ़ती हुई साफ नजर आ रही है.
हम आपको बताते चलें कि वर्तमान में भारत की रिटेल इन्फ्लेशन दिसंबर के महीने में तेजी से बढ़ कर 5.59 प्रतिशत हो गई थी. जो कि नवंबर में 4.91 प्रतिशत थी. बताते चलें कि इसके साथ ही साथ फूड इन्फ्लेशन भी दिसंबर में बढ़कर 4.05 प्रतिशत हो गया जो कि नवंबर में 1.87 प्रतिशत था. हम आपको बता दें कि सरकार द्वारा बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों में यह सभी सूचनाएं दी गई थी.
गौरतलब है कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी इन आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में महंगाई तेजी से बढ़ रही है. हम आपको बता दें कि दिसंबर 2021 में मुद्रास्फीति दर साल दर साल 5.59 प्रतिशत तक बढ़ गई है हालांकि यह भी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय 2-6 प्रतिशत के लक्ष्य के भीतर ही है. हम आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा मे मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर गौर करता है. हम आपको बता दें कि रिजर्व बैंक के अनुसार चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में सकल मुद्रास्फीति अपने उच्च स्तर पर रहेगी उसके बाद ही यह नीचे आएगी.
हालांकि हम आपको बता दें कि देश के औद्योगिक उत्पादन में नवंबर 2021 में 1.4 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. बता दें कि बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2020 में औद्योगिक उत्पादन 1.6 प्रतिशत तक घट गया था. साल 2022 में मार्केट का हाल कैसा होता है अब यह आने वाले दिनों में पता चल जाएगा.