Rajnath Singh Decision: पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में एक बड़ा पद मिला। इस बार, उन्हें देश की रक्षा की जिम्मेदारी दी गई, यानी रक्षा मंत्रालय के प्रमुख। रक्षा मंत्री बनने के बाद राजनाथ ने भी एक्शन दिखाना शुरू कर दिया। उन्होंने पदभार संभालते ही पहला फैसला लिया और सेना प्रमुखों की बैठक बुलाई।
जागरण डॉट कॉम की खबर के मुताबिक, अब उन्होंने एक और मजबूत फैसला लिया है। सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के निवासी हैं। उनकी उम्र 67 वर्ष है और उनका जन्म 10 जुलाई 1951 को हुआ था। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है और उन्होंने यूपी से भाजपा में सीएम का पद भी संभाला है।
Rajnath Singh Decision – सेना प्रमुख के पद पर बुलाई गई थी
राजनाथ ने पदभार संभालते ही कार्रवाई दिखाई। उन्होंने उसी दिन तीनों सेना प्रमुखों की बैठक बुलाई। इसके बाद, उन्होंने सेना की चुनौती को जानने की कोशिश की। इसके बाद, तीनों सेना प्रमुखों ने अलग-अलग तरीकों से विवरण प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया था।
Rajnath Singh Decision – सेना पर लिया गया दूसरा मजबूत फैसला
रक्षा मंत्री ने अब सेना को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए एक बड़ी योजना बनाई है। राजनाथ ने सोमवार को लद्दाख जाने का फैसला किया है। इस दौरान वे बर्फीले रेगिस्तान में लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर का भी दौरा करेंगे और वहां के जवानों से बात कर उनके मनोबल को बढ़ावा देंगे।