हम सभी जानते हैं कि भारत में मकर संक्रांति का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. पूरे देश में इस त्यौहार को लेकर अपनी धार्मिक मान्यताएं हैं. हम आपको बता दें कि यह एक ऐसा त्यौहार है जो पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से भी इस पर्व को बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है.
गौरतलब है कि इसी दिन ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं. हम आपको बता दें कि इस साल का मकर संक्रांति ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से बेहद ही खास है क्योंकि इसी दिन ग्रहों के राजा सूर्य और शनि का मकर राशि में मिलन होने वाला है.
हम आपको बता दें कि सूर्य और शनि एक ही साथ मकर राशि में प्रवेश करेंगे ऐसी घटना पूरे 29 साल बाद होने वाली है. बता दें कि साल 1993 में शनि और सूर्य इससे पहले मकर राशि में मिले थे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपनी धीमी चाल की वजह से शनि ढाई वर्ष में अपनी स्थिति बदलते हैं और दोबारा उसी राशि में पहुंचने के लिए उन्हें 30 साल लग जाते हैं. हम आपको बता दें कि मकर राशि में मौजूद शनि और 2 दिन बाद 14 जनवरी 2022 को इसी में सूर्य प्रवेश करने से 3 राशियों को बहुत अधिक लाभ होने वाला है.
हम आपको बता दें कि सबसे अधिक लाभ सिंह राशि वालों को होगा. जैसा कि आप जानते हैं कि सिंह राशि के स्वामी सूर्य है और शनि सूर्य की जोड़ी सिंह राशि जातकों को कई बड़े मौके आने वाले समय में देने वाली है. हम आपको बता दें कि यह मौके सिंह राशि वालों के लिए जिंदगी बदलने जैसे अवसर होंगे.
गौरतलब है कि धनी राशि के स्वामी गुरु और सूर्य के बीच मित्रता होने कारण इस राशि के लोगों को भी काफी लाभ मिलने वाला है. हम आपको बता दें कि इन्हें सबसे बड़ा धन लाभ हो सकता है. इनकी आय में एक बड़ा इजाफा होने वाला है और इनकी कोई एक बड़ी इच्छा पूरी हो सकती है.
सिंह एवं धनु राशि के बाद मीन राशि वालों के लिए भी सूर्य और शनि का मिलन बेहद खास होने वाला है. हम बता दें कि इन राशि के जातकों की पैसा, मान–सम्मान और आर्थिक स्थिति काफी बेहतर होने वाली है. ऐसे राशि वाले जो राजनीतिक पदों से जुड़े हैं उन्हें बड़ा पदलाभ भी मिल सकता है.